facebookmetapixel
Editorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौतीस्लैब और रेट कट के बाद, जीएसटी में सुधार की अब आगे की राहइक्विटी म्युचुअल फंड्स में इनफ्लो 22% घटा, पांच महीने में पहली बार SIP निवेश घटाGST मिनी बजट, लार्जकैप के मुकाबले मिडकैप और स्मॉलकैप में जो​खिम: शंकरन नरेनAIF को मिलेगी को-इन्वेस्टमेंट योजना की सुविधा, अलग PMS लाइसेंस की जरूरत खत्मसेबी की नॉन-इंडेक्स डेरिवेटिव योजना को फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन का मिला समर्थनभारत की चीन को टक्कर देने की Rare Earth योजनानेपाल में हिंसा और तख्तापलट! यूपी-नेपाल बॉर्डर पर ट्रकों की लंबी लाइन, पर्यटक फंसे; योगी ने जारी किया अलर्टExpanding Cities: बढ़ रहा है शहरों का दायरा, 30 साल में टॉप-8 सिटी में निर्मित क्षेत्रफल बढ़कर हुआ दोगुना

Vodafone Idea के शेयरों में धमाका! 5 साल के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचा भाव, FPO के दाम से 68% ऊपर

Vodafone Idea अपने कर्जदाताओं के साथ 25,000 करोड़ रुपये तक का कर्ज लेने के लिए बातचीत कर रही है।

Last Updated- June 27, 2024 | 7:19 PM IST
VI

वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के शेयरों में आज बहुत तेजी आई है। कारोबार के दौरान उसका भाव बढ़कर 5 साल से भी ज्यादा समय के उच्चतम स्तर 18.50 रुपये पर पहुंच गया। यह तेजी भारी मात्रा में कारोबार के बीच आई है। कंपनी का शेयर 29 मार्च 2019 के बाद पहली बार इतना ऊंचा गया है, जो राइट्स जारी होने के बाद का दिन था। आज कारोबार के अंत में वोडाफोन आइडिया का शेयर 2.77% की बढ़त के साथ 18.52 रुपये पर बंद हुआ।

इस महीने जून में अभी तक, वोडाफोन आइडिया के शेयरों ने बाजार को मात दी है, इनमें 21% की तेजी आई है। इसकी तुलना में, BSE सेंसेक्स इस अवधि में सिर्फ 7% ऊपर गया है। इस महीने की तेजी के साथ, वोडाफोन आइडिया का मार्केट प्राइस इसके फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) की कीमत ₹11 प्रति शेयर के मुकाबले 68% बढ़ गया है। बता दें कि अप्रैल में कंपनी ने FPO के जरिए ₹18,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।

इस साल 2024 में अबतक, कंपनी ने करीब 24,000 करोड़ रुपये इक्विटी के रूप में जुटाए हैं (जिसमें नोकिया और एरिक्सन को 2,458 करोड़ रुपये के प्रेफरेंशियल इश्यू का प्रस्ताव भी शामिल है, जिसे शेयरधारकों की मंजूरी मिलने की जरूरत है)। इसके अलावा, कंपनी अपने कर्जदाताओं के साथ 25,000 करोड़ रुपये तक का कर्ज लेने के लिए बातचीत कर रही है।

इसी बीच, वोडाफोन आइडिया ने कल हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में 11 सर्किलों में कम और मिड बैंड स्पेक्ट्रम (900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज और 2500 मेगाहर्ट्ज) के 50 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को कुल 3,510 करोड़ रुपये में खरीदने की घोषणा की है।

कंपनी ने यूपी वेस्ट और पश्चिम बंगाल सर्किलों में 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के नवीनीकरण के अलावा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब, राजस्थान, यूपी ईस्ट और कोलकाता सहित सात सर्किलों में अपनी 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम होल्डिंग को भी बढ़ा दिया है। इससे कंपनी 4G के लिए पर्याप्त 900 मेगाहर्ट्ज बैंड स्पेक्ट्रम को समर्पित कर सकेगी, जिससे इन बड़े बाजारों, खासकर इनडोर में उसके 4G ग्राहकों का अनुभव बेहतर होगा।

वोडाफोन आइडिया का कहना है कि स्पेक्ट्रम खरीदने और फंड जुटाने (इक्विटी और कर्ज दोनों) से कंपनी को अपनी रणनीति को लागू करने में मदद मिलेगी। इस रणनीति में 4G कवरेज का विस्तार और 5G सेवाओं की शुरुआत शामिल है। इससे कंपनी भारतीय वायरलेस क्षेत्र के बड़े और महत्वपूर्ण अवसरों में भाग ले सकेगी।

कंपनी का कहना है कि उसके 31 मार्च 2024 तक 21.26 करोड़ मजबूत ग्राहक आधार, 1 अरब से अधिक भारतीयों तक 4G की पहुंच, प्रतिस्पर्धी स्पेक्ट्रम प्रोफाइल, व्यापक वितरण नेटवर्क और एक मजबूत ब्रांड के साथ-साथ अलग-अलग तरह की डिजिटल पेशकश हैं। इसके दम पर वो मार्केट में प्रभावी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार है।

वोडाफोन आइडिया के पास रिन्यूवल के लिए लगभग 12 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम था, लेकिन उसने 900, 1800 और 2500 मेगाहर्ट्ज बैंड में 30 मेगाहर्ट्ज से अधिक स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कंपनी का कुल खर्च 3,500 करोड़ रुपये (सालाना किस्तों में 350 करोड़ रुपये) रहा, जो उनके अनुमान से अधिक है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कंपनी ने 4G कवरेज को बेहतर बनाने के लिए 9 सर्किलों में 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया।

नेटवर्क क्षमता में सुधार के लिए वोडाफोन आइडिया ने मध्य प्रदेश और बिहार सर्किलों में भी मिड-बैंड स्पेक्ट्रम का अधिग्रहण किया। कुल मिलाकर, ब्रोकरेज का मानना है कि नेटवर्क अनुभव को बढ़ावा देने के लिए वोडाफोन आइडिया का स्पेक्ट्रम पर किया गया यह खर्च एक सकारात्मक कदम है। स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का मानना है कि अब आने वाले दिनों में टैरिफ बढ़ोतरी पर ध्यान दिया जाएगा।

First Published - June 27, 2024 | 7:06 PM IST

संबंधित पोस्ट