आज प्रमुख सूचकांकों ने दोपहर बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज, अग्रणी साफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलॉजी और अग्रणी कैपिटल गुड्स कंपनी भेल जैसे प्रमुख शेयरों को निचले स्तर पर मिले सपोर्ट के चलते भरपाई की।
इसके बाद भी ये सूचकांक एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, डीएलएफ, सत्यम कंप्यूटर्स और हिंडाल्को में वित्तीय चिंताओं के कारण बने बिकवाली के दबाव के चलते मामूली घाटे के साथ आखिर में बंद हुए।
निफ्टी नवंबर फ्यूचर्स स्पाट से 10 अंकों के प्रीमियम पर बंद हुआ। इसने निचले स्तर पर हुई शॉर्ट कवरिंग के चलते 2694 अंकों के दिन के सबसे निचले स्तर से भरपाई करते हुए सबसे ऊपर में 2849 अंकों को छुआ। निफ्टी फ्यूचर्स ने कारोबारी दिवस में 41.7 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट जोड़ा।
हालांकि यह अधिकांश ओपन इंट्रेस्ट क्लोज-आउट सेशन में सेटल हो गया। यह मंदड़ियों द्वारा अपनी शॉर्ट कवरिंग पोजीशन को अनवाइंड किए जाने की ओर इशारा करता है। एंजल ब्रोकिंग के सिध्दार्थ भामरे को उम्मीद है कि निफ्टी 2600-3200 के बड़े दायरे में कारोबार करेगा।
इसे 2700 पर गहरा सपोर्ट और 3,000 पर रेजिस्टेंस मिला हुआ है। उनका मानना है कि कुल मिलाकर रुझान नकारात्मक बने रहेंगे। लिहाजा वर्तमान स्तर से शॉर्ट जाना अक्लमंदी नहीं होगी क्योंकि निफ्टी के निकट भविष्य में 3200 के स्तर को छूने की उम्मीद है।
निफ्टी विकल्प में हो रहा कारोबार भी इशारा करता है कि सूचकांक को 2700 अंकों के स्तर पर सपोर्ट और 3,000 के स्तर पर रेजिस्टेंस मिला हुआ है। हालांकि 2800 और 2900 के भाव पर कुछ पुट और काल राइटरों ने पुट में अपनी पोजीशन अनवाइंड की है।
उधर 3000 और 3100 के भाव पर कॉल यह संकेत देते हैं कि विकल्प कारोबारियों को उम्मीद है कि निकट भविष्य में निफ्टी 3000 के स्तर से ऊपर जा सकता है। हालांकि सूचकांक को 3200 पर मजबूत रेजिस्टेंस मिला हुआ है।
इस स्तर पर निफ्टी कॉल-पुट अनुपात बहुत अधिक 7.55 है। वीएफएम डायरेक्ट डॉट कॉम के कमलेश लंगोटे के उसार बाजार लगातार फॉलिंग चैनल में कारोबार कर रहा है। यह एक बुलिश पैटर्न है।