पिछले हफ्ते यह शेयर सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में रहा है। कंपनी की डीमर्जर योजनाओं को मंजूरी मिलने के बाद पिछले हफ्ते यह 25 फीसदी गिर गया।
बुधवार को तो यह 499.75 पर था जो शुक्रवार तक 29 फीसदी गिरकर 353.95 रुपए पर आ गया जबकि इस शेयर का कारोबार भी बीएसई और एनएसई में 76 फीसदी गिरकर 9.18 लाख शेयरों का रह गया।
कंपनी के निदेशक बोर्ड ने 29 फरवरी को हुई बैठक में अपने तम्बाकू और रियल एस्टेट कारोबार को डीमर्ज कर अलग अलग दो कंपनियों बनाने को मंजूरी दे दी है। डीमर्ज होने जा रही दोनों कंपनियां बीएसई और एनएसई में लिस्ट होंगीं।
कंपनी के पास कई प्रदेशों में जमीन है और कंपनी को महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में अर्बन लैंड (सीलिंग ऐंड रेगुलेशंस) ऐक्ट 1926 के तहत जरूरी छूट भी मिल चुकी है।
कंपनी अब दूसरे राज्यों की सरकारों से भी छूट मिलने का इंतजार कर रही है। कंपनी ने दिल्ली में 1.80 लाख वर्ग फीट में रेजिडेंशियल, ऑफिस, कॉमर्शियल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाने के लिए 20 करोड़ के निवेश को मंजूरी भी दे दी है।
बायबैक से चढ़ा थॉमस कुक
मुख्य कंपनी थॉमस कुक यूके ने अपनी भारतीय कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी दुबई फाइनेंशियल से खरीदने का फैसला कर लिया है। इस फैसले के बाद पिछले शुक्रवार को गिरते बाजार में भी यह शेयर 10 फीसदी चढ़ गया। बीएसई में यह शेयर 11 फीसदी चढ़कर 80.15 से 88.50 रुपए पर पहुंच गया।
इस खबर के बाद इस शेयर का कारोबार भी बढ़ गया। पिछले हफ्ते बीएसई और एनएसई में इसका कारोबार 77 फीसदी चढ़कर 8.38 लाख शेयरों का रहा। जबकि उसके पहले के हफ्ते इसमें कुल 4.74 लाख शेयरों का ही कारोबार हुआ था।
पिछले हफ्ते सेंसेक्स 9.12 फीसदी गिरकर 15975.52 अंको पर बंद हुआ जबकि हफ्ते की शुरुआत में इंडेक्स 17,578.72 अंकों पर था।
थॉमस कुक समूह ने ऐलान किया है कि वह थॉमस कुक इंडिया की कुल जारी शेयर कैपिटल का 74.90 फीसदी हिस्सा खरीद रही है।
कंपनी मिस्र में थॉमस कुक ब्रांड के कारोबार का लाइसेंस भी खरीद रही है। कंपनी यह सारा कारोबार दुबई फाइनेंशियल समूह से खरीदेगी जो उसकेखुले ऑफर पर निर्भर करेगा।
दिसंबर 2007 को भारतीय कंपनी में मुख्य कंपनी टीसीआईएम की हिस्सेदारी 54.42 फीसदी थी जबकि दुबई फाइनेंशियल के पास 7.36 फीसदी की हिस्सेदारी थी।