Demat Accounts: भारतीय ब्रोकिंग उद्योग ने लगातार तीसरे महीने 40 लाख से ज्यादा नए डीमैट खाते जोड़े हैं। पिछले तीन महीने में 1.312 करोड़ नए डीमैट खाते खुले हैं और कुल खातों की संख्या 15 करोड़ के पास पहुंच गई है। नए निवेशकों के खातों से पता चलता है कि ज्यादा परिवार अब शेयरों में सीधे निवेश कर रहे हैं। पिछले हफ्ते एनएसई ने कहा था कि पहली बार उसके यूनिक निवेशकों की संख्या 9 करोड़ के पार चली गई और 1 करोड़ का नया जुड़ाव पिछले पांच महीने में हुआ है।
कोटक सिक्योरिटीज के सीईओ जयदीप हंसराज ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था में वृद्धि के साथ लोग अपनी बचत को निवेश करने लगे हैं। यह निवेश म्युचुअल फंडों के पास एसआईपी खाते खोलकर या सीधे निवेश के जरिये हो रहा है। साथ ही बाजारों ने पिछले दो से ढाई महीने में बेहतर किया है, जिससे बाजार के प्रति नए निवेशक आकर्षित हो रहे हैं।’
इस साल अब तक निफ्टी 3 फीसदी ऊपर है, वहीं निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों में क्रमश: 6,5 फीसदी और 5 फीसदी का इजाफा हुआ है। कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान निफ्टी मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांकों में क्रमश: 46.5 फीसदी व 55.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई थी।
शेयरों की ट्रेडिंग व उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखने के लिए डीमैट खाते की दरकार होती है। फरवरी में नए डीमैट खातों का जुड़ना इससे पिछले महीने से थोड़ा कम रहा लेकिन यह पिछले 12 महीने के औसत 28 लाख से 55 फीसदी ज्यादा है।
इक्विटी में व्यापक आधारित लाभ और मजबूत आरंभिक सार्वजनिक निर्गम लगातार निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। मिड और स्मॉलकैप सूचकांकों ने फरवरी में हालांकि मामूली नुकसान दर्ज किया।