जरूरत के समय दरों में कटौती कर वित्तीय व्यवस्था में रकम झोंकने के अपने रुख पर आरबीआई के कायम रहने का मतलब यह है कि डेट म्युचुअल फंड योजनाओं के निवेशकों को रिटर्न को लेकर उम्मीद थोड़ी कम रखनी होगी।
प्रबंधकों का कहना है कि डेट एमएफ की श्रेणी में निवेशकोंं को मध्यम अवधि वाली योजनाओं में निवेश करना बेहतर रहेगा। साथ ही अन्य श्रेणियों मसलन कॉरपोरेट बॉन्ड फंड, बैंकिंग व पीएसयू डेट फंड और क्रेडिट रिस्क फंड पर भी निवेशक विचार कर सकते हैं।
एडलवाइस ऐसेट मैनेजमेंट के मुख्य निवेश अधिकारी (फिक्स्ड इनकम) धवल दलाल ने कहा, आरबीआई की नीति ने हमारी पहले की राय को दोहराया है कि निवेशकों को वित्त वर्ष 22 में बॉन्ड बाजार से एक अंक में रिटर्न की उम्मीद करनी चाहिए और जोखिम समायोजित रिटर्न को अधिकतम करने के लिए उन्हें अपनी औसत परिपक्वता अवधि में बढ़ोतरी करनी होगी।
मॉर्गन स्टैनली की इकाई का आईबस में 150 करोड़ रुपये निवेश
मॉर्गन स्टैनली और आईबस नेटवक्र्स ने शुक्रवार को ऐलान किया कि मॉर्गन स्टैनली इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर ने आईबस की हिस्सेदारी के अधिग्रहण पर 150 करोड़ रुपये निवेश किया है। आईबस वायरलेस सॉल्युशंस, आउटडोर स्मॉल सेल्स और कनेक्टिविटी से संबंधित अन्य समाधान मोबाइल ऑपरेटरों को मुहैया कराती है ताकि वे अपने ग्राहकों को निर्बाध गति से सेवा मुहैया करा सके। कंपनी का इन्फ्रास्ट्रक्चर अभी देश भर से 233 वाणिज्यिक, आवासीय व खुदरा साइट्स पर है। बीएस