कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजारों (Share Market) में मंगलवार को अधिकांश समय तक रही गिरावट की अंतिम क्षणों में हुई लिवाली की वजह से नुकसान की काफी हद तक भरपाई हो गई। इसके बावजूद दोनों प्रमुख सूचकांक नुकसान के साथ ही बंद हुए। विशेष रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयरों में लिवाली से बाजार अपने नुकसान की काफी हद तक भरपाई कर पाए।
BSE का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) कारोबार के अंत में 103.90 अंक यानी 0.17 फीसदी की गिरावट के साथ 61,702.29 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 703.51 अंक तक लुढ़क गया था लेकिन निचले स्तर पर खरीदारी होने से इसने नुकसान की काफी हद तक भरपाई कर ली। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के निफ्टी (Nifty) में भी 35.15 अंक यानी 0.19 फीसदी की गिरावट रही और यह 18,385.30 अंक पर बंद हुआ।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक बढ़त में रहे।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, भारती एयरटेल, मारुति सुजुकी, एनटीपीसी, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस और टाटा स्टील में गिरावट का रुख रहा।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। सोमवार को अमेरिकी बाजारों में भी नुकसान रहा था। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.65 फीसदी चढ़कर 80.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी रखा है। शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 538.10 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।