घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में तेजी रही और BSE सेंसेक्स 234 अंक चढ़ गया। एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली सूचना प्रौद्योगिकी (IT) कंपनियों तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला।
तीस शेयरों पर आधारित BSE सेंसेक्स 234 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61,963.68 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 314.78 अंक तक उछल गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 111 अंक यानी 0.61 प्रतिशत की तेजी के साथ 18,314.40 अंक पर बंद हुआ।
Top Gainers
आज के कारोबार में सेंसेक्स के शेयरों में 19 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। टेक महिंद्रा, विप्रो, TCS, HCL टेक और इंफोसिस सेंसेक्स के टॉप 5 गेनर्स रहे। सबसे ज्यादा मुनाफा टेक महिंद्रा के शेयरों को हुआ। इसके शेयर करीब 3.03 फीसदी तक चढ़े।
Top Losers
वहीं, दूसरी तरफ सेंसेक्स के शेयरों में 11 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। नेस्ले इंडिया, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स और ICICI बैंक सेंसेक्स के टॉप 5 लूजर्स रहे। सबसे ज्यादा नुकसान नेस्ले इंडिया के शेयरों को हुआ। इसके शेयर करीब 1.01 फीसदी तक गिर गए।
उच्चतम न्यायालय की विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह की सभी 10 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर बढ़त में रहे। समिति ने कहा है कि अदाणी समूह के शेयरों के भाव में हेराफेरी का उसे कोई सबूत नहीं मिला है। इसके साथ ही अदाणी समूह की कंपनियों में विदेशी कंपनियों के निवेश में हुए कथित उल्लंघन की अलग से हुई सेबी की जांच में ‘कुछ नहीं मिला’ है।
समूह की कंपनियों में अदाणी एंटरप्राइजेज सर्वाधिक 18.84 प्रतिशत और अदाणी विल्मर 10 प्रतिशत बढ़त में रहे।
International Indices
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘अमेरिका में कर्ज सीमा बढ़ाये जाने को लेकर बातचीत में संभावित प्रगति की उम्मीद में घरेलू बाजार बढ़त में रहे। चौथी तिमाही में कमजोर प्रदर्शन के बावजूद नीचे भाव पर आने से आईटी कंपनियों में मांग रही।’
उन्होंने कहा, ‘निवेशकों ने अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के ब्योरे जारी होने से पहले सतर्क रुख अपनाया। ब्योरे से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर को लेकर रुख का अंदाजा लग सकता है।’ इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.03 प्रतिशत की तेजी के साथ 75.60 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
FIIs
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को बिकवाल रहे और उन्होंने 113.46 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। कई दिनों तक लिवाल रहने के बाद उन्होंने बिकवाली की।