Categories: बाजार

बाजार में बजट की घबराहट

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 9:12 AM IST

बजट नजदीक आने के साथ ही निवेशकों में कर बढऩे की आशंका भी घर करती जा रही है। इसी घबराहट के कारण प्रमुख सूचकांकों में लगातार चौथे दिन आज भी गिरावट आई। सितंबर के बाद पहली बार सूचकांक में लगातार इतनी कमी आई है। सेंसेक्स 937 अंक लुढ़क कर 47,409.93 पर बंद हुआ, जो 28 दिसंबर के बाद का सबसे कम स्तर है। निफ्टी भी 271 अंक के नुकसान के साथ 13,967.5 पर बंद हुआ, जो 21 दिसंबर के बाद सबसे बड़ी गिरावट है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने आज 1,688 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले। इसके साथ ही पिछले गुरुवार को दिन के कारोबार के दौरान 50,184 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद से सेंसेक्स करीब 5.5 फीसदी लुढ़क चुका है। हालांकि पिछले एक हफ्ते में दुनिया के ज्यादातर बाजार लुढ़के हैं मगर भारतीय बाजार में गिरावट ज्यादा रही है।
विशेषज्ञों के मुताबिक निवेशकों को डर सताने लगा है कि राजस्व के मोर्चे पर कमी झेल रही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बाजार के माकूल बजट लाएंगी या नहीं। इसी डर में निवेशक या तो मुनाफावसूली कर रहे हैं या बाजार से हटकर बैठ गए हैं। उन्हें डर है कि घाटा पाटने के लिए सरकार पूंजी बाजार से जुड़े कर में तब्दीली कर सकती है। केंद्र सरकार वाकई कर संग्रह में कमी से जूझ रही है और लाभांश कम आने तथा विनिवेश में देर होने की वजह से राजस्व प्राप्ति और भी कम हो गई है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज में मुख्य निवेश अधिकारी नवीन कुलकर्णी ने कहा, ‘आगामी बजट सरकार के लिए चुनौती भरा होगा और ऊंचे कर जैसे कठोर फैसले लिए जा सकते हैं, जिनका असर खपत पर पड़ सकता है। यही वजह है कि बजट से पहले बाजार में घबराहट देखी जा रही है। निवेशकों को रक्षात्मक पोर्टफॅोलियो बनाना चाहिए और नकदी बचाकर रखनी चाहिए क्योंकि भविष्य में खरीदारी के अच्छे अवसर मिल सकते हैं।’
बाजार में उतार-चढ़ाव का पैमाना वीआईएक्स सूचकांक आज 5 फीसदी बढ़कर 24.4 फीसदी पर पहुंच गया। बाजार के भागीदारों का कहना है कि ट्रेडर बजट से पहले बाजार में और ज्यादा उतार-चढ़ाव की आशंका जता रहे हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि अधिकांश सकारात्मक खबरों का बाजार पर असर दिख चुका है, जिससे नवंबर से इसमें करीब 25 फीसदी की तेजी आई है। अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्र्यू हॉलैंड ने कहा, ‘हाल में बाजार में अच्छी तेजी देखी गई है। ऐसे में गिरावट की आशंका बनी हुई थी। कंपनियों के नतीजे अच्छे रहे हैं लेकिन इस बार बाजार को उसका फायदा नहीं हुआ है।’
विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद से भारत सहित कई उभरते बाजारों ने इस महीने रिकॉर्ड ऊंचाई छू ली थी। लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा 1.9 लाख करोड़ डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा में देरी से दुनिया भर के निवेशकों का हौसला कमजोर हुआ है। साथ ही कोरोनावायरस की नई किस्म के प्रसार से कई जगहों पर लॉकडाउन लगाए जाने का भी प्रतिकूल असर पड़ा है।
बीएसई पर आज करीब 340 शेयर निचले सर्किट पर बंद हुए। ऐक्सिस बैंक में सबसे ज्यादा 4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। करीब आधा दर्जन सेंसेक्स कंपनियां 3 फीसदी से ज्यादा गिरावट पर बंद हुईं।

First Published : January 27, 2021 | 11:09 PM IST