टायर बनाने वाली कंपनी CEAT को लेकर ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने अपनी रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से बढ़ाकर ‘बाय’ कर दिया है। इसके साथ ही, कंपनी के लिए लॉन्ग टर्म में टारगेट प्राइस को भी बढ़ाकर INR 3,945 कर दिया गया है, जो पहले INR 3,051 था। 2 मई को CEAT का शेयर INR 3,376 पर बंद हुआ। इस लिहाज से इसमें 17% का संभावित रिटर्न मिल सकता है।
CEAT ने मार्च तिमाही (FY25 की चौथी तिमाही) में अच्छा काम किया है। कंपनी की कुल कमाई ₹34.2 अरब रही, जो पिछले साल से 14% ज़्यादा है और ब्रोकरेज हाउस नोमुरा के अनुमान से भी थोड़ी ज़्यादा रही। कंपनी का मुनाफा (EBITDA) ₹3.9 अरब रहा, जो पिछले साल के बराबर रहा लेकिन उम्मीद से 9% बेहतर निकला। हालांकि, असली फायदा यानी शुद्ध मुनाफा (APAT) ₹1.3 अरब रहा, जो पिछले साल से 21% कम है। इसकी वजह कंपनी द्वारा कर्मचारियों पर किए गए कुछ अतिरिक्त खर्च हैं। इस तिमाही में कंपनी का कुल कर्ज बढ़कर ₹19.3 अरब हो गया है।
मार्च तिमाही में सीईएटी के टायरों की मांग में 11% की बढ़ोतरी हुई। खासतौर पर नई गाड़ियों में लगने वाले टायरों (OE) की बिक्री में 20% से ज्यादा का इज़ाफा हुआ। पुराने वाहनों के लिए रिप्लेसमेंट टायर की बिक्री भी ठीक-ठाक रही। हालांकि, विदेशों में टायर भेजने (निर्यात) में थोड़ी गिरावट देखी गई। शहरों में मांग थोड़ी धीमी रही, लेकिन गांवों में टायरों की डिमांड अच्छी रही। इसी को देखते हुए अब सीईएटी की योजना है कि वह गांवों के बाजार में अपनी पकड़ और मजबूत करे — खासकर दोपहिया और कारों के टायरों के ज़रिए। निर्यात को लेकर कंपनी को उम्मीद है कि यूरोप, मिडिल ईस्ट और एशियाई देशों से मांग फिर से बढ़ेगी। हालांकि अमेरिका में टायर पर लगने वाले भारी टैक्स की वजह से वहां मुकाबला करना मुश्किल बना हुआ है।
सीईएटी का कहना है कि रबर और क्रूड ऑयल जैसी जरूरी चीज़ों की कीमतें दुनिया भर में कम हो रही हैं। अगर यह गिरावट आगे भी बनी रहती है, तो कंपनी को टायर बनाने में खर्च कम पड़ेगा और मुनाफे (मार्जिन) में करीब 2% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा, सीईएटी ने हाल ही में Camso नाम की कंपनी को खरीदा है, जो खास तरह के ऑफ-हाईवे टायर (OHT) बनाती है। अब कंपनी की योजना है कि इस अधिग्रहण के बाद अपने कारोबार में OHT टायरों की हिस्सेदारी बढ़ाई जाए। इसका असर वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (2QFY26) से लेकर पूरे FY27 तक दिखेगा, जिससे कंपनी की कमाई और मुनाफा दोनों बढ़ने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने सीईएटी के शेयर पर भरोसा जताया है और उसकी रेटिंग ‘न्यूट्रल’ से बढ़ाकर ‘बाय’ कर दी है। यानी अब वे निवेशकों को इस शेयर को खरीदने की सलाह दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कंपनी का टारगेट प्राइस भी बढ़ा दिया है — पहले ये ₹3,051 था, अब ₹3,945 कर दिया गया है।
नोमुरा को उम्मीद है कि आने वाले समय में कंपनी का मुनाफा और शेयरहोल्डर्स को मिलने वाला रिटर्न (ROE) बेहतर होगा, जो FY27 तक करीब 18% तक पहुंच सकता है। कंपनी के शेयर इस समय लगभग 6 गुना FY27 के अनुमानित EBITDA पर ट्रेड कर रहे हैं, जिसे नोमुरा ने एक अच्छा मौका बताया है।
नोमुरा ने अपनी रिपोर्ट में CEAT के लिए कुछ अहम जोखिमों की भी तरफ इशारा किया है। सबसे बड़ा खतरा यह है कि अगर रबर और क्रूड जैसे कच्चे माल की कीमतों में अचानक तेज़ बढ़ोतरी होती है, तो इससे कंपनी की कमाई पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा, Camso कंपनी के अधिग्रहण से जुड़ी कुछ अतिरिक्त लागतें भी कंपनी के मुनाफे को प्रभावित कर सकती हैं। इसके बावजूद, नोमुरा को भरोसा है कि CEAT का लॉन्ग टर्म कारोबार मज़बूत रहेगा। इसलिए उन्होंने इन जोखिमों के बावजूद कंपनी की रेटिंग को ‘बाय’ यानी “खरीदें” पर बनाए रखा है। बात करें स्टॉक के प्रदर्शन की तो कंपनी ने बीते एक साल में 29%, दो साल में 122%, तीन साल में 200% और पांच साल में 319% रिटर्न दिया है।
(डिस्क्लेमर: स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)