मई 2025 में अब तक भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL) और टाटा स्टील के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। BEL में 22% और टाटा स्टील में 16% तक की बढ़त आई है। लेकिन अब ये दोनों शेयर टेक्निकल चार्ट पर ‘ओवरबॉट’ ज़ोन में पहुंच चुके हैं। BEL का शेयर फरवरी में ₹245 के भाव से चलकर अब ₹382 तक पहुंच गया है। गुरुवार को NSE पर यह ₹286.75 का नया ऑल टाइम हाई भी बना चुका है। यानी पिछले 3 महीनों में स्टॉक ने करीब 58% का रिटर्न दिया है।
शेयर की चाल को समझने के लिए RSI एक अहम संकेतक होता है। RSI यानी Relative Strength Index, इसे 0 से 100 के पैमाने पर मापा जाता है। यदि RSI 70 से ऊपर हो, तो शेयर को ‘ओवरबॉट’ माना जाता है, और 30 से नीचे हो, तो ‘ओवरसोल्ड’।
BEL का 14-दिन का RSI अब 84.7 हो गया है
टाटा स्टील का RSI 72.8 पर है
इसका मतलब है कि दोनों स्टॉक्स ओवरबॉट ज़ोन में हैं और फिलहाल निवेश करने से पहले सतर्क रहना चाहिए।
विशेषज्ञों का कहना है कि जब कोई स्टॉक ओवरबॉट ज़ोन में पहुंचता है, तो उसमें गिरावट का खतरा बढ़ जाता है, खासकर जब बाज़ार में नकारात्मकता हो। हालांकि, कई बार शेयर लंबे समय तक इसी ज़ोन में बने रहते हैं, इसलिए सिर्फ RSI पर भरोसा न करते हुए, अन्य संकेतकों को भी साथ में देखना चाहिए ताकि यह अंदाज़ा लगाया जा सके कि शेयर की चाल कब बदल सकती है।
वर्तमान भाव: ₹382
अपसाइड टारगेट: ₹440 (लगभग 15.2%)
सपोर्ट लेवल: ₹360 और ₹355
Bonanza के टेक्निकल एनालिस्ट कुनाल कांबले का कहना है कि BEL ने ₹240–₹340 के दायरे में 10 महीनों की कंसोलिडेशन के बाद इस महीने तेज़ी का ब्रेकआउट दिया है। इसका अगला टेक्निकल टारगेट ₹440 हो सकता है। हालांकि, फिलहाल शेयर ओवरबॉट ज़ोन में है, इसलिए निवेशक ₹355–₹360 के आसपास गिरावट आने पर इसे खरीद सकते हैं, और ₹340 का स्टॉप लॉस लगाकर ₹440 तक के टारगेट का इंतज़ार कर सकते हैं।
वर्तमान भाव: ₹163
अपसाइड टारगेट: ₹170 और ₹180 (10.4% तक की तेजी संभव)
सपोर्ट लेवल: ₹152
टाटा स्टील में भी मज़बूत तेजी बनी हुई है, खासकर Nifty मेटल इंडेक्स की मजबूती के चलते। हालांकि, इसका RSI भी ओवरबॉट ज़ोन की ओर बढ़ रहा है। कुनाल कांबले के मुताबिक, जब तक शेयर ₹152 के ऊपर बना रहता है (जो कि इसका 20-दिन का EMA है), तब तक मौजूदा निवेशकों को अपनी होल्डिंग बनाए रखनी चाहिए। लेकिन नए निवेशक अभी इस समय शेयर में पैसा लगाने से बचें, क्योंकि इस समय नुकसान का खतरा ज्यादा और फायदा कम हो सकता है।