facebookmetapixel
Epstein Files: बड़े नाम गायब क्यों, जेफरी एपस्टीन की असली कहानी कब सामने आएगी?दिल्ली एयरपोर्ट पर लो-विजिबिलिटी अलर्ट, इंडिगो ने उड़ानों को लेकर जारी की चेतावनीFD Rates: दिसंबर में एफडी रेट्स 5% से 8% तक, जानें कौन दे रहा सबसे ज्यादा ब्याजट्रंप प्रशासन की कड़ी जांच के बीच गूगल कर्मचारियों को मिली यात्रा चेतावनीभारत और EU पर अमेरिका की नाराजगी, 2026 तक लटक सकता है ट्रेड डील का मामलाIndiGo यात्रियों को देगा मुआवजा, 26 दिसंबर से शुरू होगा भुगतानटेस्ला के सीईओ Elon Musk की करोड़ों की जीत, डेलावेयर कोर्ट ने बहाल किया 55 बिलियन डॉलर का पैकेजत्योहारी सीजन में दोपहिया वाहनों की बिक्री चमकी, ग्रामीण बाजार ने बढ़ाई रफ्तारGlobalLogic का एआई प्रयोग सफल, 50% पीओसी सीधे उत्पादन मेंसर्ट-इन ने चेताया: iOS और iPadOS में फंसी खतरनाक बग, डेटा और प्राइवेसी जोखिम में

लाख करोड़ रुपये की बोली वाले आईपीओ, 89 लाख आवेदन हासिल कर बजाज हाउसिंग फाइनैंस ने बनाया नया रिकॉर्ड

प्राइम डेटाबेस के मुताबिक रिलायंस पावर के 2008 के आईपीओ के नाम अभी भी सबसे ज्यादा 7.2 लाख करोड़ रुपये की संचयी बोली का रिकॉर्ड है।

Last Updated- September 12, 2024 | 9:19 PM IST
IPO Listing: Senores up 43 percent on debut, Ventiv up 10 percent आगाज पर सेनोरेस 43 फीसदी चढ़ा, वेंटिव में 10 फीसदी की बढ़त

बजाज हाउसिंग फाइनैंस के हालिया आईपीओ ने इतिहास में सबसे ज्यादा बोली हासिल कर अपना ध्यान खींचा है। प्राइम डेटाबेस के मुताबिक रिलायंस पावर के 2008 के आईपीओ के नाम अभी भी सबसे ज्यादा 7.2 लाख करोड़ रुपये की संचयी बोली का रिकॉर्ड है। हालांकि यह बताना आवश्यक है कि ये आंकड़े नोशनल थे क्योंकि क्यूआईबी को उस समय महज 10 फीसदी मार्जिन की रकम के साथ बोली की इजाजत थी। बाद में बराबरी का मौका उपलब्ध कराने और निष्पक्ष बोलियां सुनिश्चित करने के लिए नियामक ने इस तरीके को खत्म कर दिया।

बजाज हाउसिंग फाइनैंस के आईपीओ ने अप्रैल 2022 के बाद सबसे ऊंची वास्तविक बोली हासिल की है। उस समय आरबीआई ने आईपीओ फाइनैंसिंग के लिए 1 करोड़ रुपये की सीमा लगाई थी। लिहाजा, यह कामयाबी और अहम हो गई है। अभी बहुलांश आईपीओ निवेशकों को बोली के समर्थन के लिए अपने बैंक खाते में आवश्यक रकम रखनी पड़ती है ताकि यह सुनिश्चित हो कि आवेदन को वास्तविक पूंजी का समर्थन हासिल है।

इसके अलावा बजाज हाउसिंग फाइनैंस के आईपीओ को 89 लाख आवेदन (तकनीकी तौर पर खारिज किए जाने से पहले) मिले और इस तरह से उसने टाटा टेक्नोलॉजिज के 68 लाख आवेदन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।

उधार वाली बोलियों पर आरबीआई की पाबंदी ने निवेशकों को अन्य वैकल्पिक रणनीति खोजने के लिए प्रेरित किया है। मसलन परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के बैंक खातों के जरिये आवेदन करना ताकि शेयर आवंटित होने की संभावना बढ़ जाए।

First Published - September 12, 2024 | 9:19 PM IST

संबंधित पोस्ट