देश की म्युच्युअल फंड इंडस्ट्रीज अब 6,00,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की हो गई है। अकेले मई में ही उसकी परिसंपत्तियां 30,000 करोड़ रुपये बढ़ीं और उसने इस स्तर को छू लिया।
उद्योग को बीते माह आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, रिलायंस एमएफ और एचडीएफसी जैसे प्रमुख फंड हाउसों के बेहतर प्रदर्शन का लाभ मिला। असोसिएशन ऑफ म्युच्युअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) की वेबसाइट में जारी आंकड़ों के अनुसार देश 33 फंडों की एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) मई में बढ़कर 6,00,525.43 करोड़ हो गई।
इससे पहले मई माह में यह 5,69,948.71 करोड़ रुपये ही थी। इस इंडस्ट्री में 50 फीसदी का योगदान देने वाले पांच शीर्ष म्युच्युअल फंडों में फ्रैंकलिन टेंपलटन को छोड़कर शेष सभी की परिसंपत्तियां मई में खासी बढ़ीं। रिलायंस म्युच्युअल फंड मई में 2,000 करोड़ रुपये बढ़ा। इससे कंपनी का एयूएम बढ़कर 98,430.93 करोड़ हो गया।
दूसरे स्थान पर आईसीआईआई प्रूडेंशियल रहा, जो 3,000 करोड़ रुपये के इजाफे के साथ 59,060 करोड़ हो गया। यूटीआई एमएफ की परिसंपत्तियां 54,651.68 करोड़ रुपये हो गईं थी। इस माह इनमें 2,012 करोड़ का इजाफा हुआ। एचडीएफसी एमएफ को मई माह में सबसे अधिक धन मिला। इस माह में उसके एयूएम में 4,300 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ और यह बढ़कर 56,107.29 करोड़ हो गया।