परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों के शेयरों में गुरुवार को इस खबर पर पांच फीसदी तक की उछाल दर्ज हुई कि बाजार नियामक सेबी म्युचुअल फंडों की तरफ से वसूले जाने वाले कुल खर्च अनुपात में सुधार को लेकर संशोधित चर्चा पत्र जारी करेगा। सेबी के नए प्रस्ताव से AMC के मार्जिन पर शायद उतना असर नहीं होगा, जितना पहले के प्रस्ताव के कारण होने की आशंका थी।
निप्पॉन लाइफ इंडिया AMC का शेयर गुरुवार को सबसे ज्यादा 4.8 फीसदी उछल गया। HDFC AMC के शेयर में 4.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि दो अन्य सूचीबद्ध AMC UTI व आदित्य बिड़ला सन लाइफ AMC के शेयरों में क्रमश: 3 फीसदी व 2.3 फीसदी का इजाफा हुआ।
नियामक की तरफ से कुल खर्च अनुपात में कटौती का मामला टलने के बाद से ही AMC शेयरों में उछाल दर्ज हो रही है। मार्च के 1,590 रुपये के निचले स्तर से HDFC AMC का शेयर 58 फीसदी चढ़कर 2,517 रुपये पर पहुंच गया है। इस अवधि में निप्पॉन लाइफ AMC का शेयर 66 फीसदी उछला है।
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जून के आखिर से इन शेयरों में 1 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी जब सेबी ने पहली बार कुल खर्च अनुपात में बदलाव की योजना का ऐलान किया था।
मई में सेबी ने चर्चा पत्र जारी किया था, जिसमें प्रस्ताव था कि ब्रोकरेज, प्रतिभूति लेनदेन कर और जीएसटी जैसे खर्च को कुल खर्च अनुपात के दायरे में लाया जाएगा। नियामक ने यह भी कहा था कि वह नया कुल खर्च अनुपात मॉडल जारी करेगा, जिसका जुड़ाव उद्योग की कुल परिसंपत्तियों से होगा। यह अभी योजना आधारित मॉडल से जुड़ा हुआ है। हालांकि जून में ही नियामक ने ऐलान किया था कि उद्योग की तरफ से आंकड़े मुहैया कराए जाने के बाद वह इस पर दोबारा विचार करेगा।