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सामान्य मॉनसून, ऊंची कीमतों से चमकेंगे कृ​षि रसायन शेयर

कंपनियों को ऊंची मांग और सुधरती बिक्री से लाभ, विश्लेषकों की सकारात्मक रेटिंग

Last Updated- June 12, 2024 | 10:44 PM IST
सामान्य मॉनसून, ऊंची कीमतों से चमकेंगे कृ​षि रसायन शेयर , Monsoon, higher prices expected to aid recovery in agrochemical stocks

पिछले सप्ताह के दौरान कृ​षि रसायन (एग्रोकेमिकल्स) कंपनियों के शेयरों में इस उम्मीद से अच्छी तेजी आई कि अनुकूल मॉनसून, ऊंची फसल कीमतों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सरकार के प्रयासों से इस क्षेत्र को मदद मिलेगी। ऊंची मांग और सुधरती बिक्री से कंपनियों को अतिरिक्त माल बेचने में मदद मिल सकती है। सकारात्मक धारणा को देखते हुए इस क्षेत्र में सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर इस अव​धि के दौरान 17 प्रतिशत चढ़े हैं, जबकि प्रमुख सूचकांकों का रिटर्न 6 प्रतिशत रहा।

मोतीलाल ओसवाल फाइनैं​शियल सर्विसेज (एमओएफएसएल) और जेएम फाइनैं​शियल रिसर्च के अनुसार भारतीय मौसम विभाग द्वारा इस साल सामान्य मॉनसून की भविष्यवाणी कृ​षि के लिए सकारात्मक है और ग्रामीण मांग को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि इससे कृषि रसायन, उर्वरक, ट्रैक्टर और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों को लाभ होगा।

जहां एमओएफएसएल ने अल्पाव​धि के लिए कोरोमंडल इंटरनैशनल का सुझाव दिया है, क्योंकि उसका मानना है कि फसल सुरक्षा व्यवसाय का परिचालन प्रदर्शन वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही से सुधरेगा, वहीं जेएम फाइनैं​शियल चंबल फर्टिलाइजर्स पर सकारात्मक है।

चंबल फर्टिलाइजर्स वित्त वर्ष 2025 के लिए फसल सुरक्षा रसायनों में 12 नए उत्पादों के मजबूत प्रवाह से संपन्न है। ब्रोकरेज के नीरव वोरा और सुषमा शेट्टी का कहना है कि इसके अलावा, कंपनी को मृदा स्वास्थ्य और स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, जैविक उत्पादों की उभरती श्रेणी में भी मजबूत वृद्धि की उम्मीद है।

मॉनसून सहित कई अनुकूल परिस्थितियों के अलावा, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सरकार के उपायों से कृषि क्षेत्र में धारणा सुधर सकती है। नई सरकार द्वारा अपने तीसरे कार्यकाल में उठाए गए पहले कदमों में पीएम किसान निधि की 17वीं किस्त जारी करना शामिल है।

सरकार ने इस योजना के तहत 20,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं, जिसके तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये दिए जाते हैं और इससे 9.3 करोड़ किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है।

नुवामा रिसर्च का मानना है कि घरेलू कृ​षि उत्पाद उद्योग को इन्वेंट्री के शीघ्र निपटान तथा संभावित अनुकूल मॉनसून से मांग बढ़ने का लाभ मिलेगा। हालांकि ब्रोकरेज के विश्लेषक रोहन गुप्ता और रोहन ओहरी का मानना है कि उर्वरक कंपनियों को कम स​ब्सिडी और कच्चे माल की ऊंची लागत की वजह से अल्पाव​धि में अनि​श्चितता का सामना करना पड़ सकता है।

ब्रोकरेज को उम्मीद है कि घरेलू एग्रोकेमिकल की बड़ी कंपनियों में मजबूत वृद्धि जारी रहेगी और उसने धानुका एग्रीटेक पर ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है। हालांकि, मार्जिन में सुधार की वजह से इसने हाल ही में शारदा क्रॉपकेम को अपग्रेड करके ‘खरीदें’ रेटिंग दी है, लेकिन कोरोमंडल पर ‘होल्ड’ रेटिंग बरकरार रखी है।

हालांकि संकेत उत्साहजनक हैं, लेकिन अधिकांश ब्रोकरों का मानना ​​है कि रिकवरी बैक-एंडेड हो सकती है। सेंट्रम रिसर्च के रोहित नागराज और कुणाल पई को उम्मीद है कि एग्रोकेमिकल्स क्षेत्र की कंपनियों को वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा और उसके बाद सुधार की उम्मीद है।

हालांकि चीन में क्षमता वृद्धि से मूल्य निर्धारण दबाव बढ़ेगा, लेकिन उनका मानना है कि जेनेरिक कीमतों में कमजोरी आएगी और कुछ तिमाहियों तक स्थिर रहेंगी, जिसके बाद कुछ बढ़ोतरी की उम्मीद है।

First Published - June 12, 2024 | 10:44 PM IST

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