चुनाव नतीजों से पैदा हुए उत्साह के बीच सेंसेक्स और निफ्टी-50 रिकॉर्ड ऊंचे स्तरों पर पहुंच गए हैं। कई बाजार विश्लेषक मान रहे हैं कि ये सूचकांक अगले कुछ महीनों के दौरान, आम चुनाव तक तेजी का सिलसिला बरकरार रखेंगे और बीच बीच में उनकी चाल वैश्विक घटनाक्रम पर केंद्रित रहेगी।
जेफरीज के विश्लेषकों का मानना है कि तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत ने आम चुनाव में नरेंद्र मोदी को लगातार सफलता मिलने की संभावना बढ़ा दी है। आम चुनाव में भाजपा को 300 से ज्यादा सीटें मिलने की संभावना मजबूत हो गई है।
इक्विनोमिक्स रिसर्च में प्रबंध निदेशक (शोध) जी चोकालिंगम ने कहा, ‘हमें सेंसेक्स और निफ्टी-50 को मौजूदा स्तरों से और मजबूती मिलने की अच्छी संभावना दिख रही है। सेंसेक्स अगले 3-4 महीनों में करीब 5 प्रतिशत चढ़ सकता है और 2024 में आम चुनाव से पहले यह 71,000 के आंकड़े को पार कर सकता है।’
जेफरीज के प्रबंध निदेशक महेश नंदुरकर का कहना है कि इससे निवेशक धारणा मजबूत होगी जो घरेलू चक्रीयता आधारित क्षेत्रों मसलन बैंकों, उद्योग, बिजली, संपत्ति और मिडकैप के लिए अच्छा होगा। नंदुरकर ने अभिनव सिन्हा और निशांत पोद्दार के साथ मिलकर तैयार की गई रिपोर्ट में लिखा है, ‘भाजपा और कांग्रेस, दोनों से प्रतिस्पर्धात्मक लोकलुभावन दृष्टिकोण भी स्पष्ट दिख रहा है।’
चुनाव परिणाम के बाद, सभी क्षेत्रों में ज्यादातर तेजी वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में दिखी है। चुनाव नतीजों के एक दिन बाद सोमवार को जहां निफ्टी पीएसयू बैंक सूचकांक 3.88 प्रतिशत चढ़ा, वहीं निफ्टी बैंक और प्राइवेट बैंक सूचकांक में 3.6 प्रतिशत की तेजी आई। निफ्टी फाइनैंशियल सर्विसेज इंडेक्स भी 3.25 प्रतिशत चढ़ा। विद्युत क्षेत्र के शेयर पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन और आरईसी भी सबसे ज्यादा चढ़ने वालों में शुमार रहे।
चुनाव परिणाम के बाद नीतिगत निरंतरता बनी रहने की उम्मीद के साथ इलारा कैपिटल के विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की योजनाओं का क्रियान्वयन ज्यादा प्रभावी होने से अब मुख्य ध्यान ग्रामीण और हेल्थकेयर-आधारित शेयरों पर केंद्रित हो सकता है।
एमके ग्लोबल के विश्लेषकों का मानना है कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर अगले कुछ महीनों के दौरान तेजी का सिलसिला बरकरार रखेंगे, क्योंकि पूरे बाजार में तेजी का माहौल बना हुआ है। उनका मानना है कि वैश्विक समस्याएं कम हो रही हैं और भूराजनीतिक अनिश्चितता भी घट रही है। उनका कहना है कि इसका असर कच्चे तेल की कीमतों में भी दिखा है, जो अपने सितंबर-अक्टूबर के ऊंचे स्तरों से काफी नीचे हैं।
ब्रोकरेज फर्म के विश्लेषकों ने चुनाव परिणाम के बाद अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है, ‘अमेरिका में दरों में सख्ती की आशंका भी पिछले कुछ सप्ताहों में नरम पड़ी है। हमारा मानना है कि बाजार में ताजा तेजी बनी रहेगी, क्योंकि स्मॉलकैप-मिडकैप ने अच्छा प्रदर्शन किया है। हमारे पसंदीदा क्षेत्रों में दोपहिया, रसायन, होटल और मझोले आकार की वित्तीय कंपनियां हैं। वहीं कंज्यूमर और बड़े वित्त से मुख्य तौर पर हमने परहेज किया है।’
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का कहना है, ‘धातु और लार्ज-कैप आईटी ने अनुकूल रिस्क-रिवार्ड में मदद की है। शेयर के मोर्चे पर, लार्ज-कैप सेगमेंट में हम गेल, एनटीपीसी एसबीआई, एलटीआई माइंडट्री, अदाणी पोर्ट, लार्सन ऐंड टुब्रो, टाटा स्टील, सन फार्मा को पसंद कर रहे हैं।