क्रिसिल रेटिंग एजेंसी के मुताबिक रबी फसलों की बुआई 27 नवंबर तक 3.48 करोड़ हेक्टेयर में हो चुकी है। यह पूरे पिछले सीजन से चार फीसदी और पिछले पांच वर्षों के औसत से दो फीसदी अधिक है। साफ तौर पर इस साल भरपूर बारिश से रबी फसलों का रकबा बढ़ा है। इस बार मॉनसून सामान्य से नौ फीसदी अधिक रहा था, जिससे मिट्टी में अधिक नमी है। वहीं जलाशयों में भी पिछले पांच साल के औसत से 19 फीसदी अधिक पानी है।
खरीफ फसलों की समय पर कटाई से भी रबी की बुआई सही समय पर हो पाई है। ऐसे में क्या पूरे बुआई सीजन में यह रुझान बना रहेगा। बुआई सीजन नवंबर मेंं शुरू होता है और जनवरी के अंत चलता है। क्रिसिल ने कहा कि पिछले साल खरीफ की कटाई में देरी हुई थी, इसलिए रबी के रकबे में वृद्धि नवंबर 2019 तक के निम्न आधार के मुकाबले है। लेकिन पिछले साल दिसंबर से बुआई तेज हो गई थी, इसलिए चालू सीजन में रबी की बुआई की तुलना पिछले दिसंबर के ऊंचे आधार से होगी।
