देश के कुछ हिस्सों में कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में फिर से तेजी देखी जा रही है और राज्य सरकारें इसके प्रसार को रोकने और संक्रमण की दूसरी लहर से बचाव के लिए नियंत्रण के उपायों पर ध्यान दे रही हैं। फिलहाल देश के करीब 75 फीसदी मामले केवल महाराष्ट्र और केरल में ही हैं। हालात को नियंत्रण में करने के लिए राज्य क्या कदम उठा रहे हैं, इस पर एक नजर:
दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पंजाब से आने वाले सभी यात्रियों के लिए निर्देश जारी किया है कि उन्हें शुक्रवार से लेकर 21 मार्च तक शहर में प्रवेश करने पर आरटी-पीसीआर की ताजा जांच रिपोर्ट दिखानी होगी जो निगेटिव होनी चाहिए। जो लोग सार्वजनिक परिवहन के साधनों जैसे कि विमान, ट्रेनों या बसों से यात्रा कर दिल्ली आएंगे तो उन्हें निगेटिव जांच रिपोर्ट देनी होगी। हालांकि निजी वाहनों से आने वाले यात्रियों को इसमें छूट है।
महाराष्ट्र
सभी राजनीतिक और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध
राज्य सरकार के मुख्यालयों, राज्य सचिवालय में काम के अलग-अलग शिफ्ट निर्धारित करने का प्रस्ताव
राज्य के कई शहरों में रात में कफ्र्यू लगाया जा रहा है
27 और 28 फरवरी को लातूर में जनता कफ्र्यू लगाया जाना है
विदर्भ के अकोला, अमरावती जिलों में सप्ताह भर का लॉकडाउन लगाया गया है
मुंबई
कोविड-19 के 5 से अधिक मरीजों वाली इमारतों को सील किया जाएगा
जिन संक्रमित मरीजों के हाथ पर मुहर लगाई गई है उन्हें घर में ही अलग रहने की सलाह दी गई है
उपनगरीय रेलवे में बिना मास्क के यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 300 मार्शल नियुक्त किए जाएंगे
हर दिन मास्क न पहन कर नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और 25,000 लोगों को पकडऩे के मकसद से मार्शलों की संख्या दोगुनी की जाएगी
कोविड-19 के नियमों के पालन की जांच करने के लिए हॉल, क्लब, रेस्तरां के औचक निरीक्षण के आदेश
ब्राजील से मुंबई आने वाले यात्रियों को अनिवार्य तौर पर संस्थागत क्वॉरंटीन रखा जाएगा
कर्नाटक
केरल के यात्री चाहे किसी भी साधन से यात्रा कर राज्य में पहुंचेंगे उन्हें अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर नियम का पालन करना होगा
निर्णय इस फैसले पर राज्य के सीमावर्ती जिले दक्षिणा कन्नड़ में रोक लगा दी गई थी
पांच या अधिक कोविड संक्रमण के मामले सामने आने पर हॉस्टल, बोर्डिंग या आवासीय, शैक्षिक संस्थानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाएगा
तमिलनाडु
अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (केरल और महाराष्ट्र को छोड़कर) से राज्य में आने वाले व्यक्ति को 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य की निगरानी खुद करनी होंगी
केरल और महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को सात दिनों के लिए अनिवार्य तौर पर होम क्वॉरंटीन में रहना होगा और फिर अगले सात दिनों तक अपने सेहत की निगरानी करनी होगी और गौर करना होगा कि संक्रमण से संबंधित कोई लक्षण दिख रहे हैं या नहीं
केरल
मास्क पहनने, शारीरिक दूरी का पालन करने, हाथों की सफाई के लिए दिशानिर्देशों का पालन करना होगा
घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करने, रोड शो और चुनावी सभाओं के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं