facebookmetapixel
क्या टेक कंपनियां गलत दांव लगा रही हैं? Meta AI के अगुआ यान लेकन ने ‘LLM’ की रेस को बताया गलत41% अपसाइड के लिए Construction Stock पर खरीदारी की सलाह, ₹45 से नीचे कर रहा ट्रेडPM Kisan 21st installment: कब आएगा किसानों के खातें में पैसा? चेक करें नया अपडेटलाइफ सर्टिफिकेट जमा करना चाहते हैं? घर बैठे आधार की मदद से चुटकियों में होगा काम!पिछले 5 साल में कंपनियों ने IPO से जुटाए ₹5.39 लाख करोड़, इश्यू के औसत साइज में भी इजाफाडिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट रिजेक्ट हो गया? जानिए ऐसा क्यों होता है और इसे कैसे ठीक कर सकते हैंआंध्र प्रदेश बनेगा भारत का पहला गीगा-स्केल इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी हब, अनंतपुर में लगेगी ‘Sky Factory’2026 में बॉन्ड से पैसा बनाना चाहते हैं? निवेश से पहले जान लें Axis AMC की खास स्ट्रैटेजीNFO Alert: म्युचुअल फंड बाजार में आया एक नया लिक्विड फंड, ₹5,000 से निवेश शुरू; क्या है इसमें खास?45% गिर चुका ये रेलवे स्टॉक, ब्रोकरेज बोला– BUY; अब बना है 51% तक कमाई का बड़ा मौका

बहुउद्देशीय जनगणना की तैयारियां शुरू

Last Updated- December 05, 2022 | 11:42 PM IST

भारत ने 2011 की जनगणना की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस सर्वे में लाखों की संख्या में स्वयंसेवी काम करते हैं।


इसका सीधा असर सरकार की नीतियों पर पड़ता है और पता चलता है कि बढ़ती हुई जनसंख्या किस तरह से देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती है।


केंद्रीय गृहमंत्री शिवराज पाटिल ने देश में जनगणना प्रक्रिया पूरी होने के बाद जनगणना आंकडे ज़ारी होने में चार से आठ साल लग जाने का जिक्र करते हुए कहा कि इस बात का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए कि यह कार्य दो से तीन साल में पूरा हो जाए। गृहमंत्री आज यहां जनगणना-2011 के लिए आंकडे इस्तेमाल करने वालों के दो दवसीय सम्मेलन का उद्धाटन कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि इस बात के प्रयास किए जाने चाहिए कि 2011 की जनगणना प्रक्रिया पूरी होने के बाद दो से तीन साल के अंदर इसके आंकडे जारी कर दिए जाएं। पाटिल ने कहा कि यह काम समय पर पूरा करने के लिए जरूरी है कि प्रौद्योगिकी का प्रयोग न केवल आंकडे एकत्र करते समय और आंकडे इस्तेमाल करते समय किया जाए बल्कि जनगणना योजना बनाने और वास्तविक जनगणना कार्यो में इसका उपयोग होना चाहिए।


उन्होंने कहा कि जनगणना-1991 की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसके आंकडे जारी होने में आठ साल लग गए थे और उसके बाद जनगणना-2001 के आंकडे जारी होने में केवल चार-पांच साल लगे।गृहमंत्री ने कहा कि वर्ष-2011 तक देश की आबादी करीबन एक अरब 20 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।

First Published - April 24, 2008 | 10:36 PM IST

संबंधित पोस्ट