देश में मजबूत होगी स्वास्थ्य सुविधा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 12:00 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आयुष्मान भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन की शुरुआत की। अगले चार से पांच वर्षों में राष्ट्रीय स्तर से लेकर जिला, प्रखंड एवं ग्राम स्तर तक स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और गंभीर चिकित्सा सेवाएं मजबूत बनाने के लिए इस अभियान की शुरुआत हुई है।
मोदी ने कहा, ‘देश में जिन लोगों की सरकार सबसे अधिक दिन रही उन्होंने देश में स्वास्थ्य सेवाओं के सर्वांगीण विकास पर ध्यान नहीं दिया बल्कि इसे और कमजोर कर दिया। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन इस खामी को दूर करने में सहायक होगा।’ प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 5,200 करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मिशन के तहत शहरों एवं गांवों में स्वास्थ्य एवं कल्याण सहित निदान एवं उपचार केंद्र खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों पर बीमारी की समय रहते पहचान हो जाएगी और लोग नि:शुल्क जांच कराने के साथ ही लोग बिना कोई भुगतान के दवाएं भी ले पाएंगे।
गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए देश के 600 जिलों में 35,000 नए सघन चिकित्सा संबंधित बेड तैयार हो रहे हैं।
इस योजना के तहत देश के 730 जिलों में एकीकृत लोक स्वास्थ्य जांचघर होंगे। 3,000 प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य इकाइयां होंगी। इस योजना के तहत एकीकृत स्वास्थ्य के लिए एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान, चार नए विषाणु विज्ञान संस्थान, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए एक क्षेत्रीय शोध संस्थान, नौ जैव-सुरक्षा स्तर-3 जांचघर, रोग नियंत्रण के लिए पांच नए क्षेत्रीय राष्ट्रीय केंद्र स्थापित किए जाएंगे।  
मोदी ने कहा, ‘देश के प्रत्येक हिस्से में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के जरिये चिकित्सा से लेकर गंभीर शोध की व्यवस्था स्थापित की जाएगी।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि यह देश में व्यापक स्वास्थ्य सुविधाएं खड़ी करने के लिए यह योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद देश में सभी लोगों तक सुलभ एवं सस्ती स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाना है।
मोदी ने उत्तर प्रदेश के ही सिद्धार्थ नगर में नौ नए मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश में मेडिकल कॉलेजों में सीटें 90,000 से भी कम थीं मगर पिछले सात वर्षों में 60,000 नई सीटें जोड़ी गई हैं।

First Published : October 25, 2021 | 11:30 PM IST