MLA fund in Delhi: दिल्ली कैबिनेट (Delhi Cabinet) ने गुरुवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए दिल्ली में विधायक फंड (MLA fund in Delhi) में बड़ी बढ़ोतरी कर दी है। जिससे दिल्ली में अब विधायक अधिक विकास कार्य करा सकेंगे। इस बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में विधायक फंड सबसे अधिक हो गया है।
दिल्ली में अब कितना हुआ विधायक फंड?
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली कैबिनेट ने विधायक फंड में बढ़ोतरी का निर्णय लिया है। विधायक फंड को 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 15 करोड़ रुपये सालाना कर दिया गया है।
विधायक फंड लोकतंत्र में बेहद महत्वपूर्ण होता है, जिसके द्वारा जनता अपने क्षेत्र में छोटे-बड़े विकास कार्य अपने विधायक के माध्यम से करवा सकती है।
शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस साल दिल्ली में बहुत बारिश होने के कारण सड़कों में, पार्कों की दीवारों और वॉक-वे में भी टूट-फूट देखने को मिला है। ज़्यादा बारिश के कारण बहुत सी जगहों पर सीवर संबंधित समस्याएं भी देखने को मिली है। विधायक फंड बढ़ने से इन समस्याओं पर फौरी राहत मिल सकती है।
बाकी राज्यों में कितना है विधायक फंड ?
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि पूरे देश में किसी भी राज्य में इतना विधायक फंड किसी भी सरकार ने नहीं दिया है। गुजरात में विधायकों को सालाना 1.5 करोड़ रुपये विधायक फंड मिलता है। आंध्र प्रदेश-कर्नाटक में सालाना 2 करोड़ रुपये, जबकि ओडिशा, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश में 3 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं।
इसके अलावा महाराष्ट्र, केरल, झारखंड, उत्तराखंड, राजस्थान, तेलंगाना में विधायकों को सालाना 5 करोड़ रुपये विधायक फंड के रूप में मिलते हैं। उन्होंने अब दिल्ली में प्रतिवर्ष विधायकों को 15 करोड़ रुपये विधायक फंड के रूप में मिलेंगे। ये न सिर्फ देश में सबसे ज्यादा है बल्कि अन्य राज्यों से कई गुना ज्यादा है।