झारखंड में 4,000 मेगावाट की तिलैया अल्ट्रा मेगापावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) के लिए मई के अंत तक बोलियां आमंत्रित करने की उम्मीद है।
यह चौथा यूएमपीपी प्रोजेक्ट है। इस तरह के कुल नौ यूएमपीपी स्थापित करने का प्रस्ताव है।इस तरह के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाने का काम पावर फाइनैंस कार्पोरेशन (पीएफसी) करती है। तिलैया प्रोजेक्ट के लिए पीएफसी को आग्रह पत्र नवंबर में दिया गया था। पीएफसी इस तरह के पत्र को प्राप्त करने के बाद इसका आकलन करता है।
इस प्रोजेक्ट में हिस्सा लेने वाली एक अहम कंपनी झारखंड एकीकृत बिजली लिमिटिड के अध्यक्ष सतनाम सिंह ने कहा कि इस बोली के आकलन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सफल बोली लगाने वालों की अंतिम सूची जल्द ही घोषित कर दी जाएगी।
इस प्रोजेक्ट में बोली लगाने की इच्छुक कंपनियों में रिलायंस एनर्जी, टाटा पॉवर कंपनी, एनटीपीसी, टॉरेन्ट पॉवर, एस्सार, स्टरलाइट, सिट्रा थर्मल पॉवर ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर, मलेशिया की डायन विजया, जिंदल स्टील ऐंड पॉवर, एईएस, जीवीके पॉवर, एल ऐंड टी और लैंको जेंटिंग कन्सोर्टियम शामिल है। इस प्रोजेक्ट के लिए 13 आवेदनों को बोली लगाने के लिए पात्र किया गया था।
एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि इतनी बड़ी कंपनियों ने आवेदन किए लेकिन इसका यह मतलब नही है कि सभी प्रोजेक्ट को पाने में कामयाब हो जाएंगे। इन कं पनियों में 11 कंपनियां अंतिम दौर में है।बाकी और प्रोजेक्ट की तरह इस प्रोजेक्ट में भी टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली को पैमाना बनाया जाएगा और बोली जीतने वाली कंपनी का नाम घोषित किया जाएगा।