रूस के प्रेजिडेंट व्लादिमीर पुतिन ने रुसी अधिकारियों पर ‘विदेशी शब्दों’ का इस्तेमाल करने को लेकर रोक लगा दी है। रुसी भाषा को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है।
इस संबंध में 28 फरवरी को पुतिन ने एक संशोधित कानून पर हस्ताक्षर किए। यह कानून सरकारी अधिकारियों को उनके ऑफिशियल काम के दौरान ज्यादतर ‘विदेशी शब्दों’ का उपयोग करने से रोकेगा। इस नए कानून के तहत अधिकारी औपचारिक रूप से रूसी भाषा का उपयोग करने के लिए बाध्य होंगे ।
इस कानून का उद्देश्य रूसी भाषा की स्थिति की रक्षा और समर्थन करना है। साथ ही विदेशी-आधारित शब्दों की एक सूची जो अभी भी उपयोग की जा सकती है, अलग से प्रकाशित की जाएगी।
इस कानून के तहत यदि रूसी भाषा को राष्ट्रीय भाषा के रूप में प्रयोग किया जाता है, तो रूसी साहित्यिक भाषा के तय मानदंडों का पालन करना होगा।
एक सरकारी आयोग डिशनरी, रेफरेंस बुक्स और ग्रामर बुक्स की एक सूची तैयार करने और उसे मंजूरी देने के लिए एक प्रक्रिया तैयार करेगा और शब्दकोशों के संकलन तथा पब्लिशिंग के लिए आवश्यकताओं को जारी करेगा। इसे अंतिम मंजूरी कैबिनेट द्वारा दी जायेगी।