वरिष्ठ राजनेता और अर्थशास्त्री इशाक डार ने मंगलवार को पाकिस्तान के नए विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान की नवगठित नई सरकार भारत और अन्य पड़ोसियों के साथ अपने संबंधों को सुधारने सहित घरेलू और बाहरी मोर्चों पर अनगिनत समस्याओं से पार पाने का प्रयास कर रही है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को अपने मंत्रिमंडल में 19 सदस्यों को शामिल करते हुए चुनाव के बाद से जारी लंबे इंतजार को समाप्त किया था। पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव हुए थे। इशाक डार पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता हैं। मूल रूप से कश्मीरी डार सनदी लेखाकार (सीए) हैं।
वह पार्टी प्रमुख और तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के विश्वासपात्र हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ” मोहम्मद इशाक डार ने औपचारिक रूप से पाकिस्तान के 39वें विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया है।”
विदेश मामलों के प्रबंधन के कम अनुभव के बावजूद 73 वर्षीय इशाक डार ने विदेशमंत्री का महत्वपूर्ण प्रभार ऐसे समय संभाला है जबकि पड़ोसी भारत और अफगानिस्तान के साथ देश (पाकिस्तान) के संबंध बेहद निम्न स्तर पर हैं।
केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद अगस्त 2019 में भारत और पाकिस्तान ने व्यापारिक संबंध तोड़ लिये थे।
वहीं, राजनयिकों की मौजूदगी भी घटा दी है। भारत से व्यापारिक संबंध तोड़ने से पाकिस्तान को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा था क्योंकि पाकिस्तान भारत से सस्ती दरों पर कई वस्तुओं और कच्चे माल का आयात करता था।
डार ने पड़ोसी देश भारत से आर्थिक संबंधों का समर्थन तो किया, लेकिन कश्मीर मुद्दे के कारण वह इस मामले में आगे नहीं बढ़ सके। कश्मीर मुद्दे पर डार का रुख भी पाकिस्तान के आम रुख कि इस मामले का समाधान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत होना चाहिए, से अलग नहीं है।
कश्मीरी एकजुटता दिवस पर इस साल पांच फरवरी को एक ट्वीट में डार ने कहा कि पाकिस्तान “संयुक्त राष्ट्र (यूएन) चार्टर और प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों में निहित आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए अपने कश्मीरी भाइयों के उचित संघर्ष को अपने अटूट राजनीतिक, नैतिक और राजनयिक समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है।”
भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर देश का अभिन्न अंग ” था, है और हमेश बना रहेगा”। इस बीच, पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने अन्य मंत्रियों को सौंपे गए विभिन्न विभागों के बारे में जानकारी दी।
ख्वाजा मुहम्मद आसिफ को रक्षा, रक्षा उत्पादन और विमानन मंत्री, अहसान इकबाल को योजना, विकास और विशेष पहल मंत्री, आज़म नज़ीर तरार को विधि और न्याय, मानवाधिकार मंत्री, अताउल्लाह तरार को सूचना एवं प्रसारण मंत्री, कैसर अहमद शेख समुद्री मामलों का मंत्री, मोहम्मद औरंगजेब को वित्त एवं राजस्व मंत्री बनाया गया है। शहबाज शरीफ के मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला मंत्री शाजा फातिमा ख्वाजा को राज्य मंत्री नियुक्त किया गया है।