पिछले हफ्ते माइक्रोसॉफ्ट और याहू के अधिकारियों के बीच हुई बैठक से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि हो सकता है कि माइक्रोसॉफ्ट याहू के अधिग्रहण के लिए लगाई गई बोली को कुछ बढ़ा दे। गत
एक नजदीकी सूत्र ने नाम गुप्त रखे जाने की शर्त पर बताया कि याहू ने अधिग्रहण के लिए 44.6 अरब डॉलर की बोली को ठुकरा दिया है, पर इस बैठक को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट अपनी जिद छोड़ते हुए बोली को कुछ बढ़ा सकती है। कयास लगाए जा रहे हैं कि माइक्रोसॉफ्ट याहू के अधिग्रहण के लिए प्रति शेयर 31 डॉलर के प्रस्ताव से थोड़ा आगे बढ़े।
मार्निंगस्टार इंक के एक विश्लेषक टोन ट्रान ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के पास एक और रास्ता भी है कि कंपनी याहू के बोर्ड के सदस्यों में अपने पसंदीदा लोगों की भर्ती करा दे। अगर ऐसा होता है तो माइक्रोसॉफ्ट को अधिग्रहण के लिए अधिक पापड़ बेलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अधिग्रहण मसले के बीच में लटक जाने से और इस बात को इतना समय हो जाने से याहू के हौसले भी पस्त हुए हैं। यही वजह है कि आज की तारीख में याहू बैठक के लिए तैयार हो गई। अगर स्थितियां पहले जैसी होती तो यह उम्मीद नहीं के बराबर थी कि पेशकश को ठुकराने के बाद याहू का रवैया कमजोर पड़ता।
गौरतलब है कि गत माह
11 फरवरी को याहू ने माइक्रोसॉफ्ट की पेशकश को यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि कंपनी ने उसका मूल्यांकन सही नहीं किया है। अगर माइक्रोसॉफ्ट याहू का अधिग्रहण कर लेती है तो अमेरिका में इंटरनेट सर्च के बाजार में वह दूसरे नंबर पर पहुंच जाएगी।