माइक्रोसॉफ्ट याहू के साथ कदम मिलाने को बेकरार जरुर है लेकिन उसे कोई जल्दी नहीं है।
कंपनी के चीफ सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट रे ने फाइनेंशियल टाइम्स के साथ बातचीत में कहा कि माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट कंपनी याहू के विलय के बाद भी तकनीकी-विलय के लिए कोई जल्दबाजी नहीं दिखाएगी।
ऐसी तकनीकी कंपनियां जो विलय के लिए उतावलापन दिखाती हैं, ओज़ी ने उन्हें लापरवाह करार दिया। रे ने कहा कि वह इस मसले पर काफी आशावान हैं और माइक्रोसॉफ्ट अपने लक्ष्यों को पाने में सफल रहेगी, बशर्ते इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों और विज्ञापनदाताओं के अब तक के अनुभव को बरकरार रखा जाए और कंपनियों के विलय से होने वाले वित्तीय व अन्य फायदों की बाट न ताकी जाए।
उन्होंने कहा, ”मुझे समझ में नहीं आता कि तकनीकी कंपनियां बस इसलिए किसी समझौते को अंजाम तक पहुंचा दें कि उन्हें ये समझौता करना है, समझ से परे है।”
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि उनके पास कई तरीके की तकनीकें हैं और अपनी अलग कारोबारी सभ्यता भी है जिनके साथ किसी प्रकार की छेड़खानी नहीं की जा सकती है।
उनके इस बयान से संकेत मिलते हैं कि अगर कंपनी 41.4 अरब डॉलर का यह अधिग्रहण करने में कामयाब होती है तो उसे किस तरीके की तकनीकी समस्याएं आ सकती हैं।
गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट ऑनलाइन गतिविधियों के लिए, साथ ही प्रचार कार्यों के लिए विशेष रूप से याहू का इस्तेमाल करना चाहती है।