अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ शुक्रवार को होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तकनीक और रक्षा मसलों के साथ बहुपक्षीय विकास बैंक (एमडीबी) में सुधारों पर बात कर सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के शुक्रवार दोपहर को पहली भारत यात्रा पर आने की उम्मीद है।
दोनों नेता बहुपक्षीय विकास बैंकों, खासकर विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को नया आकार देने और इन्हें व्यापक बनाने के मसले पर चर्चा करेंगे। सूत्रों ने कहा कि मौजूदा अमेरिकी प्रशासन ने माना है कि इस तरह के संस्थान विकासशील देशों में पारदर्शी व उच्च गुणवत्ता के निवेश को आकर्षित करने के सबसे प्रभावी साधन हैं।
भारत बार बार इस बात पर जोर दे रहा है कि एमडीबी 21वीं सदी के मकसद के हिसाब से सही नहीं हैं और वे जलवायु परिवर्तन, महामारी, उतार-चढ़ाव और विस्थापन जैसी चुनौतियों से नहीं निपट पा रहे हैं। इनके लिए नई वित्तीय क्षमता और नए तरीके की जरूरत है।
भारत की अध्यक्षता में एमडीबी में सुधार के हिस्से के रूप में 200 अरब डॉलर के पूंजी पर्याप्तता ढांचे को लागू करने को लेकर सदस्य देशों को एकजुट करना प्रमुख एजेंडे में शामिल है। बिजनेस स्टैंडर्ड ने बुधवार को खबर दी थी कि भारत ने अतिरिक्त ऋण देने की गुंजाइश बनाने के लिए अधिक पैसा देने को लेकर आशंकित कई देशों की शंका दूर करने में सफलता पाई है।
उम्मीद की जा रही है कि बाइडन भारत द्वारा विदेश में बने लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान के आयात पर प्रतिबंध लगाए जाने का मसला उठा सकते हैं, जैसा कि बिजनेस स्टैंडर्ड ने इस सप्ताह की शुरुआत में खबर दी थी। भारत ने नागरिकों की सुरक्षा को जोखिम का हवाला देते हुए लैपटॉप, टैबलेट, पर्सनल कंप्यूटर और सर्वर सहित कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामान के आयात पर 1 नवंबर से प्रतिबंध लगा दिया है। बहरहाल चीनी आयात घटाकर घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना भी इसका एक मकसद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देशों ने समझौता किया था, जिसकी इस बैठक में समीक्षा हो सकती है।
अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ के साथ बैठक कर सकते हैं, जो गुरुवार को नई दिल्ली पहुंच गए हैं। गुरुवार को बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमेन ने कहा कि हसीना तीस्ता जल बंटवारे का मसला उठाएंगी। कनेक्टिविटी, ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा को भी एजेंडे में शामिल किया जा सकता है।
सूत्रों ने कहा कि मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और यह बैठक जी20 सम्मेलन के आखिरी दिन 10 सितंबर हो सकती है। दिल्ली के बाद मैक्रां उसी दिन बांग्लादेश जाएंगे।