इजराइली सेना ने गाजा में गुरुवार को शहरों, कस्बों और शरणार्थी शिविरों को निशाना बनाकर जमीनी और हवाई हमले किए, जिसमें कई फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं और हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
गाजा में चरमपंथी समूह हमास को निशाना बनाकर इजराइल की ओर से किए जा रहे हमलों में अब तक 20 हजार से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है।
इजराइल का हवाई और जमीनी आक्रमण हाल के इतिहास में सबसे विनाशकारी सैन्य अभियानों में से एक रहा है, जिसके परिणामस्वरूप गाजा की 23 लाख की आबादी में से 85 प्रतिशत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
इजराइल के हमले में उत्तरी गाजा का अधिकांश भाग तबाह हो चुका है, बड़े पैमाने पर यहां से लोगों का पलायन हो चुका है और कई हफ्तों से यह क्षेत्र शेष गाजा से कटा हुआ है। कई लोगों को डर है कि गाजा के दक्षिण क्षेत्र में भी ऐसा ही हश्र होगा।
इजराइल ने हमास को खत्म करने का संकल्प लिया है। हमास के लड़ाके अब भी गाजा के उत्तरी इलाके में इजराइली सेना के लिए कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। इजराइल में सात अक्टूबर के हमले में हमास ने करीब 1200 लोगों की हत्या करने के अलावा लगभग 240 लोगों का अपहरण कर लिया था। इजराइल ने तब तक लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है जब तक कि हमास को गाजा में समाप्त नहीं कर दिया जाता और सत्ता से हटा नहीं दिया जाता तथा सभी बंधकों को मुक्त नहीं करा लिया जाता।
इजराइल ने युद्ध विराम की अंतरराष्ट्रीय अपील को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि यह हमास की जीत होगी। गाजा के उत्तरी शहर बेइत लहियेह में एक घर पर इजराइली हवाई हमले में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई।
एक स्थानीय टीवी चैनल के पत्रकार बासेल खैर अल-दीन ने कहा कि हमले से उनके परिवार का घर तबाह हो गया और पड़ोसियों के तीन घर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के तीन बच्चों समेत 12 सदस्यों की मौत हो गयी तथा नौ पड़ोसी लापता बताए जा रहे हैं।
इस युद्ध में इजराइल की प्रमुख रूप से मदद कर रहे अमेरिका ने इजराइल से आम नागरिकों को बचाने के लिए बड़े कदम उठाने और क्षेत्र में अधिक मानवीय सहायता मुहैया कराए जाने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
लेकिन सहायताकर्मियों का कहना है कि क्षेत्र में जितनी मात्रा में भोजन, ईंधन और चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति की जा रही है वह अब भी आवश्यकता से बहुत कम है। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के अनुसार गाजा में चार में से एक फलस्तीनी भूख से पीड़ित है।