वित्तीय संकट से जूझ रही अमेरिकी कंपनी बीयर स्टीयर्न्स पर अब जेपी मॉर्गन का कब्जा हो सकता है। बीयर सर््टन्स दुनिया के सबसे बड़े निवेश बैंकों और ब्रोकर फर्म में से एक है। जेपीमॉर्गन इस खस्ताहाल कंपनी को खरीदने का मन बना रही है।
शुक्रवार को बैंक की चरमराती स्थिति को देखते हुए फेडरल रिजर्व और जेपी मॉर्गन समूह ने आपातकालीन फंड की घोषणा की थी। बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलेन श्वार्ज जो पिछले हफ्ते तक इस बात से इनकार करते आए हैं कि बैंक की माली हालत सही नहीं है, ने आखिरकार शुक्रवार को यह स्वीकार कर ही लिया कि पिछले 24 घंटों में बैंक की वित्तीय स्थिति खराब हुई है।
इसे देखते हुए ही फेडरल रिजर्व ने जेपी मॉर्गन के जरिए बैंक को
28 दिनों तक वित्तीय सहायता प्रदान करने की घोषणा की है। हालांकि इस घोषणा के बाद भी बैंक के ग्राहकों और शेयरधारकों में विश्वास नहीं लौट पाया और इस संकट को भांपते हुए शुक्रवार को बैंक के शेयरों में रिकार्ड 47 फीसदी की गिरावट देखी गई। अब इन हालात को देखते हुए जेपी मॉर्गन के सीईओ जेमी डिमोन स्टीयर्न्स के अधिग्रहण पर विचार कर रहे हैं।
एक करीबी सूत्र के अनुसार जेपी मॉर्गन बीयर स्टीयर्न्स के प्रमुख ब्रोकरेज इकाई को खरीदने का भी मन बना रही है जो ऋण प्रदान करती है और हेज फंडों का कारोबार करती है। गौरतलब है कि 1923 में गठन के बाद से ही बीयर स्टीयर्न्स एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करती रही है।
स्टीयर्न्स के अधिकारी पहले यह कहते रहे हैं कि बैंक के वित्तीय हालात ठीक हैं और उनके पास तरलता की कोई कमी नहीं है। 11 मार्च को काफी समय से लगाई जा रही अटकलों को आखिरकार स्पष्ट करते हुए बैंक की ओर से यह बयान जारी किया गया कि उसके पास पूंजी का अभाव है।