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Japan Economy: अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान जापान की अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई है। जापान में बढ़ती महंगाई से घरेलू डिमांड और निजी खपत पर असर पड़ा है। तकनीकी तौर पर देखें तो देश अब मंदी की चपेट में है, क्योंकि जापान की अर्थव्यवस्था में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर लगातार दूसरी तिमाही में गिरावट है।
जापान की अर्थव्यवस्था (Japan Economy) में लगाताक दो तिमाहियों में GDP में गिरावट दर्ज हुई है, जिसके बाद जापान से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का खिताब छीन गया है। अब जापान की जगह जर्मनी ने ले ली है।
जुलाई-सितंबर की अवधि में संशोधित 3.3% की गिरावट के बाद, प्रोविजनल ग्रॉस डोमेस्टिक प्रॉडक्ट में एक साल पहले की तुलना में चौथी तिमाही में 0.4% की गिरावट आई।
इस गिरावट के बाद जापान के केंद्रीय बैंक गवर्नर काजुओ यूएदा (Bank of Japan Governor Kazuo Ueda) के लिए इंटरेस्ट रेट को सामान्य करने के मामले को और जटिल बना दिया है। साथ ही जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ( Japanese Prime Minister Fumio Kishida) के लिए फिस्कल पॉलिसी (fiscal policy) के मामले को लेकर भी एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।
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सरकार के द्वारा जारी किए गए आकड़ों के मुताबिक, 2023 के लिए जापान की नाममात्र GDP 4.2 ट्रिलियन डॉलर थी। रैंकिंग में यह बड़ा बदलाव येन में गिरावट के कारण देखने को मिला है। 2022 में जापान की करेंसी में डॉलर के मुकाबले करीब 20 फीसदी गिरावट आई जबकि पिछले साल यह 7 फिसदी गिरी।
पिछली तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में निजी खपत में 0.2% की गिरावट आई, जबकि औसत अनुमान 0.1% विस्तार का था। जबकि मुद्रास्फीति धीरे-धीरे धीमी हो रही है, तथाकथित “कोर कोर मुद्रास्फीति” – मुद्रास्फीति माइनस खाद्य और ऊर्जा की कीमतें – अब लगातार 15 महीनों के लिए बैंक ऑफ जापान (BOJ) के 2% लक्ष्य से अधिक हो गई है।
फिर भी, BOJ ने दुनिया में अंतिम नकारात्मक दर व्यवस्था को “धैर्यपूर्वक जारी रखा” है।
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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का अनुमान है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2026 में जापान और 2027 में जर्मनी को पीछे छोड़ दुनिया की टॉप तीन इकोनॉमी वाले देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगी। फिलहाल, भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की लिस्ट में पांचवें स्थान पर है।
फोर्ब्स के द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक, अभी अमेरिका 27.974 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश है। चीन 18.566 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर है, जर्मनी 4.730 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे और जापान 4.291 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे नंबर पर है। जबकि भारत 4.112 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की पांचवीं बड़ी इकॉनमी है।