विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुशांबे में ईरान, आर्मेनिया और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों से शुक्रवार को मुलाकात की और अफगानिस्तान में ताजा घटनाक्रम, क्षेत्रीय चुनौतियों का सामना करने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
जयशंकर ने यहां अपने रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव और ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के साथ शुक्रवार को अलग-अलग अनौपचारिक बैठक की। लावरोव के साथ उन्होंने अफगानिस्तान समेत अन्य समसामयिक मुद्दों पर चर्चा की और रईसी से वैश्विक मामलों पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। इस अनौपचारिक बैठक के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव से मुलाकात करके हमेशा ही प्रसन्नता होती है। एससीओ शिखर सम्मेलन आरंभ होने से पहले उनके साथ अफगानिस्तान समेत समसामयिक मुद्दों पर उपयोगी चर्चा हुई।
जयशंकर, पिछले महीने तालिबान द्वारा अफगानिस्तान को नियंत्रण में लेने के बाद वहां के हालात पर शांघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक अहम बैठक में हिस्सा लेने के लिए ताजिकिस्तान की राजधानी में हैं। एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि दुशांबे में एससीओ की बैठक से इतर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान से मिलकर खुशी हुई। उन्होंने कहा, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और क्षत्रीय चुनौतियों पर मिलकर काम करने को लेकर चर्चा हुई। आर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्जोयान के साथ बैठक पर जयशंकर ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग की सकारात्मक समीक्षा की और इसे आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए।
उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री के साथ बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री अब्दुलअजीज कामिलोव से मिलकर अच्छा लगा। हमारी बातचीत अफगानिस्तान की स्थिति पर केंद्रित थी। आतंकवाद और कट्टरता का मुकाबला करने वाले देशों के रूप में, हमारा घनिष्ठ सहयोग पारस्परिक हित में है।’