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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारत की सीमाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं और देश के लोगों को सशस्त्र बलों पर पूरा भरोसा होना चाहिए। एक कार्यक्रम में अग्निवीर योजना की आलोचना को लेकर एक सवाल पर मंत्री ने कहा कि ऐसे सवालों का ‘कोई औचित्य नहीं है।’
उन्होंने कहा कि हर कोई मानता है कि सशस्त्र बलों का युवा स्वरूप होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने लगभग 50 साल लंबे अपने राजनीतिक सफर के किस्से भी साझा किए।
यह पूछे जाने पर कि भारत-चीन सीमा मुद्दे पर विपक्षी दलों सहित कई लोगों द्वारा उठाए गए सवालों पर उन्होंने क्या प्रतिक्रिया दी, सिंह ने कहा कि वे कभी उनसे परेशान नहीं हुए।
सिंह ने कहा, ‘देश के हितों को ध्यान में रखते हुए, मैं उन्हें (विपक्षी दलों को) जो कुछ भी बता सकता हूं, बताता हूं। लेकिन रक्षा क्षेत्र में कई चीजें हैं जिनका रणनीतिक महत्त्व है और हम उन्हें सार्वजनिक रूप से नहीं बता सकते। हम उन चीजों को बताने से बचने की कोशिश करते हैं, चाहे वह उत्तरी, पश्चिमी या पूर्वी क्षेत्र (के बारे में) हो या कुछ और।’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं, उन्हें हमारी सेना और सुरक्षा कर्मियों पर पूरा भरोसा होना चाहिए।’
पूर्वी लद्दाख में कुछ स्थानों पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच साढ़े तीन साल से अधिक समय से गतिरोध है। वहीं, दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
सिंह ने कहा, ‘पांच साल तक रक्षा मंत्री और उससे पहले गृह मंत्री रहने के दौरान, मैंने जो देखा, समझा और आकलन किया, उसके आधार पर मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सीमाएं और हमारा देश पूरी तरह से सुरक्षित है।’