भारत ने स्पष्ट किया है कि उनकी परियोजनाएं पूरी तरह से सिंधु जल संधि के प्रावधानों के अनुरूप हैं और वह स्थायी सिंधु आयोग (पीआईसी) की बैठक के दौरान पाकिस्तान द्वारा दिए गए सुझावों और मुद्दों के द्विपक्षीय समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। भारत और पाकिस्तान ने 30-31 मई के बीच चल रही स्थायी सिंधु आयोग की 118वीं बैठक में सिंधु आयोग की रूपरेखा के तहत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, भारत ने यह भी कहा कि वह जलाशयों से ज्यादा पानी निकलने और बाढ़ के प्रवाह संबंधी जानकारी पहले ही प्रदान कर रहा है। इससे पहले पाकिस्तान ने भारत से बाढ़ के बारे में पूर्व सूचना देने का अनुरोध किया था। उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कोई तकनीकी चर्चा नहीं हुई । सूत्रों ने बताया कि भारत ने आश्वासन दिया कि संधि के अनुसार सभी चीजें जारी रहेंगी । उन्होंने कहा कि पश्चिमी नदियों पर भारत की पनबिजली परियोजनाओं के डिजाइन पर पाकिस्तान की आपत्तियों के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई । सूत्रों ने बताया कि भारत ने आश्वासन दिया कि भारतीय परियोजनाएं पूरी तरह से संधि के प्रावधानों के अनुरूप हैं और वह मुद्दों का समाधन द्विपक्षीय तरीके से निकालने को प्रतिबद्ध है।
पिछली बैठक (117वी बैठक) में पाकिस्तान द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार किया जाएगा और अगली बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी।
