वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि दोनों पक्षों की ओर से निवेश के साथ अगले 12-13 साल में भारत और इजरायल के बीच कारोबार 10 गुना बढ़ सकता है। इजरायल, भारत का 47वां बड़ा कारोबारी साझेदार देश है।
अप्रैल-नवंबर के दौरान रक्षा को छोड़कर दोनों देशों के बीच वस्तु निर्यात बढ़कर 2.34 अरब डॉलर पहुंच गया है। व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में है और भारत के निर्यात की तुलना में इजरायल का निर्यात 1 प्रतिशत से भी कम रहा है। वहीं दूसरी तरफ एशिया में इजरायल, भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार देश है।
भारत-इजरायल बिजनेस ऐंड सीईओ फोरम में हिस्सा लेने नई दिल्ली आए इजरायल के उद्योग मंत्री नीर एम बरकत ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईईसी) के महत्त्व पर जोर दिया और कहा कि किस तरह से यह मंच अवसर प्रदान कर सकता है। बरकत ने ब्रीफिंग के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘हम आईएमईईसी के साथ साझेदारी करके खुश हैं। इससे इजरायल में आंतरिक रूप से व्यापक अवसर पैदा हुए हैं। हम इसका स्वागत करते हैं।’
इजरायल इंडिया बिजनेस फोरम में भारत और इजरायल के उद्योग से जुड़े लोगों ने शिरकत की। बी2बी बातचीत में उद्योग के सदस्यों ने 500 से अधिक बी2बी बैठकों के माध्यम से देशों के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा की। बरकत के नेतृत्व में उच्च स्तरीय इजरायली व्यापार प्रतिनिधिमंडल में उद्यम और प्रौद्योगिकी, विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा, कृषि प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण, रक्षा, आंतरिक सुरक्षा, जल प्रबंधन, रसद और खुदरा जैसे क्षेत्रों के उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल थे। दोनों के बीच सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में तकनीक और नवोन्मेष, रक्षा और आंतरिक सुरक्षा, ऊर्जा व जल प्रबंधन और निवेश व व्यापार शामिल हैं।