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Hage Geingob: नामीबिया के राष्ट्रपति हागे गेनगॉब का कैंसर से निधन, जानिये कौन थे स्वतंत्रता के बाद के पहले PM?

Namibia President Death: नामीबिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि Hage Geingob का पोहाम्बा हॉस्पिटल में कैंसर का इलाज चल रहा था।

Last Updated- February 04, 2024 | 6:47 PM IST
Hage Geingob: Namibian President Hage Geingob dies of cancer, know who was the first Prime Minister after independence? Hage Geingob: नामीबिया के राष्ट्रपति हागे गेनगॉब का कैंसर से निधन, जानिये कौन थे स्वतंत्रता के बाद के पहले प्रधानमंत्री?

Namibia President Hage Geingob: नामीबिया के राष्ट्रपति हागे गेनगॉब का आज यानी 4 फरवरी को अस्पताल में निधन हो गया है। वह 82 वर्ष की उम्र में देश को अलविदा कह गए।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट करते हुए नामीबिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि उनका पोहाम्बा हॉस्पिटल में कैंसर का इलाज चल रहा था। डॉक्टरों की टीम उनके इलाज के लिए तैनात थी, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। अस्पताल में उनके साथ पत्नी मोनिका गेनगॉब और उनके बच्चे भी थे।

अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू

नामीबिया के न्यूजपेपर द नामीबियन (The Namibian) ने बताया कि दिवंगत राष्ट्रपति हागे गेनगॉब के अंतिम संस्कार की तैयारियों का नेतृत्व करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति (high-level committee) की स्थापना की गई है। रविवार सुबह नई समिति की घोषणा करते हुए उप राष्ट्रपति एंगोलो मुम्बा ने कहा कि इस समिति की अध्यक्षता प्रधान मंत्री Saara Kuugongelwa Amadhila करेंगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति कार्यालय ने पिछले महीने बताया था कि गेनगॉब का कैंसर का इलाज चल रहा था। उनकी 8 जनवरी को कोलोनोस्कोपी और गैस्ट्रोस्कोपी हुई थी और उसके बाद उनकी बायोप्सी हुई थी।

कार्यालय ने यह भी बताया था कि गेनगॉब का जनवरी के अंत में अमेरिका में कैंसर का इलाज हुआ था और वह 31 जनवरी को नामीबिया लौट आए थे।

नामीबिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति एंगोलो मुम्बा ने शांति का आह्वान करते हुए कहा कि ‘इस संबंध में आवश्यक राजकीय व्यवस्था करने के लिए तत्काल मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई जाएगी।’

कौन हैं Hage Geingob?

बता दें कि 3 अगस्त, 1941 को जन्मे गेनगॉब इस दक्षिणी अफ्रीकी राष्ट्र के 2015 से राष्ट्रपति थे और उनका दूसरा तथा अंतिम कार्यकाल इस साल खत्म होना था। 1990 से ही वे दक्षिण अफ्रीका की राजनीति में काफी सक्रिय हो गए थे।

उन्होंने नामीबिया के संविधान का मसौदा (Constitution Draft) तैयार करने वाली संस्था की अध्यक्षता की, फिर उसी वर्ष यानी साल 1990 में 21 मार्च को स्वतंत्रता के बाद इसके पहले प्रधानमंत्री बने, इस पद पर वे 2002 तक बने रहे।

Hage Geingob का राजनीतिक सफर

2007 में, गेनगॉब South West Africa People’s Organisation (SWAPO) के वाइस प्रेसिडेंट बने। इस संगठन को उन्होंने स्वतंत्रता के लिए एक आंदोलनकारी के रूप में जॉइन किया था, जब नामीबिया को अभी भी दक्षिण पश्चिम अफ्रीका के रूप में जाना जाता था।

गेनगॉब ने अपने देश, जिसे तब साउथ वेस्ट अफ्रीका के नाम से जाना जाता था, में रंगभेदी दक्षिण अफ्रीका के शासन के खिलाफ पैरवी करते हुए 27 साल पड़ोसी देश बोत्सवाना और अमेरिका में निर्वासन में बिताए यानी वे देश से बाहर रह रहे थे।

1989 में लोकतंत्र में परिवर्तन के बाद स्वदेश लौट आए और 1990 से 2002 तक नामीबिया के पहले प्रधानमंत्री रहे। इसके बाद वह 2008 से 2012 तक भी प्रधानमंत्री पद पर रहे। ।

साउथ वेस्ट अफ्रीका पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (South West Africa People’s Organization) का एक टॉप लीडर, जिसने उस वर्ष नवंबर में संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में चुनाव जीता था, वह देश के उपनिवेशवादियों (colonizers) और इसकी मुक्ति के लिए लड़ने वालों के बीच लंबे युद्ध के बाद सुलह के आह्वान में शामिल हुए।

SWAPO ने 57 फीसदी का ऐतिहासिक वोट हासिल किया, जो अपने दम पर एक नए संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए आवश्यक दो-तिहाई से कम था।

गेनगॉब को संविधान सभा का अध्यक्ष नामित किया गया था, जिसमें सत्तारूढ़ दल और विपक्ष ने संयुक्त रूप से एक समझौता तैयार किया था, जिसे सार्वभौमिक मताधिकार (universal franchise), स्वतंत्र न्यायपालिका और अन्य मानवाधिकारों को स्थापित करने के लिए व्यापक रूप से सराहना मिली।

राजनीतिक वापसी

Swapo के संस्थापक सैम नुजोमा (Sam Nujoma) ने मार्च 1990 में नामीबिया के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, जबकि गेनगॉब उनके प्रधान मंत्री थे। यह साझेदारी 12 साल तक चली जब तक कि रिश्ते में खटास नहीं आ गई और गेनगॉब ने सरकार छोड़ दी। उन्होंने 2004 में मुख्यधारा की राजनीति में दोबारा प्रवेश किया और 87 फीसदी वोट के साथ 2014 में राष्ट्रपति चुने गए। इसके बाद 2019 में फिर चुनाव हुआ और वे दोबारा चुने गए।

2014 में उन्होंने प्रोस्टेट कैंसर से जंग जीतने के बारे में बताया था। नामीबिया में नया नेता चुनने के लिए नवंबर में चुनाव होने की संभावना है।

अफ्रीकी देशों ने जताया शोक

विवादों, हिंसक चुनावों और तख्तापलट से त्रस्त इस क्षेत्र में स्थित नामीबिया में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता है। अफ्रीकी देशों के विभिन्न नेताओं ने रविवार को गेनगॉब के निधन पर शोक जताया।

जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति एमर्सन मनावा ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा कि गेनगॉब के नेतृत्व को याद किया जाएगा।

पड़ोसी देश और नामीबिया के सबसे बड़े व्यापार साझेदार दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने उन्हें ‘‘हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में करीबी साझेदार और नामीबिया की औपनिवेशवाद और रंगभेद से मुक्ति का एक अनुभवी नेता’’ बताया।

केन्या के प्रधानमंत्री विलियम रुतो ने कहा कि ‘गेनगॉब एक प्रतिष्ठित नेता थे जिन्होंने ध्यान और समर्पण से नामीबिया के लोगों की सेवा की।’

(भाषा और Bloomberg के इनपुट के साथ)

First Published - February 4, 2024 | 6:19 PM IST

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