पाकिस्तान चीन की मदद से पाक अधिकृत कश्मीर ( पीओके ) में एक जल विद्युत परियोजना लगाने की योजना पर काम कर रहा है।
नीलम और झेलम नदी पर तकरीबन 1.5 अरब डॉलर की लागत से बनने वाली इस परियोजना का रणनीतिक महत्व भी है। इससे भारत के भी हित जुड़े हुए हैं। पाकिस्तान को उम्मीद है कि इसके लिए चीनी समूह से उसकी बातचीत जल्द ही किसी नतीजे पर पहुच जाएगी।
इस सौदे को अमली जामा पहनाने में जुटे पाकिस्तानी बीमा कंपनी अदमजी इंश्योरेंस कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बातचीत निर्णायक दौर में चली गई है। इस मामले में अप्रैल के अंत तक या फिर मई की शुरूआत तक कोई घोषणा हो सकती है।
पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तान ने चीनी कंपनियों के समूह को परियोजना का ठेका दिया था। इस समूह में चीन की गेजहुबा वाटर एंड पावर कंपनी , चाइना नेशनल मशीनरी एंड इक्वीपमेंट इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कॉर्पोरेशन (सीएमईसी) शामिल हैं। इसके तहत इन कंपनियों को 7,873 करोड़ रुपये की इस परियोजना को 8साल में पूरा करना है।
कराची की बीमा कंपनी के महाप्रबंधक (विकास) जेरेसिस रुस्तम बिर्दी का कहना है कि इस परियोजना का बीमा भी चीनी बीमा कंपनियों के जिम्मे ही रहेगा।