Bangladesh PM Left Country: बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ चल रहे भीषण विद्रोह के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी बहन के साथ देश छोड़ दिया है। चैनल 24 की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने आज दोपहर को उनके आधिकारिक आवास गोनो बभन (Gono Bhaban) पर धावा बोल दिया। 76 साल की शेख हसीना को प्रदर्शनों के घातक होने के बाद कई हफ्तों तक इस्तीफा देने के दबाव का सामना करना पड़ा है। बांग्लादेश सेना प्रमुख वेकर-उज़-ज़मान (Bangladesh Army Chief Waker-Uz-Zaman) जल्द ही शाम 4 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
गौरतलब है कि बांग्लादेश सरकार ने पहले पूरे देश में इंटरनेट बंद करने का आदेश दिया था क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने आम जनता से “ढाका तक लंबे मार्च” में शामिल होने के लिए कहा था। हालांकि, एक सरकारी एजेंसी ने सोमवार दोपहर करीब 1:15 बजे ब्रॉडबैंड इंटरनेट शुरू करने का मौखिक आदेश दे दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि हसीना और उनकी बहन को सेना के हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। हसीना किस देश में गई हैं इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। माना जा रहा है कि वह भारत आ रही हैं।
बता दें कि शेख हसीना के अपनी बहन के साथ देश छोड़ने की जानकारी स्थानीय अखबार प्रोथोम अलो ने दी। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री हसीना के एक वरिष्ठ सलाहकार से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री शेख हसीना अपना पद छोड़ सकती है। खबर आ रही है कि वह पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे चुकी हैं।हालांकि, बिज़नेस स्टैंडृर्ड इसकी पुष्टि नहीं करता है।
1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले दिग्गजों के रिश्तेदारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली विवादास्पद कोटा प्रणाली पर उनकी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ जिसके बाद हसीना को प्रधान मंत्री पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। बांग्लादेश में छात्रों का यह प्रदर्शन जुलाई से ही चल रहा था। छात्रों का कहना था कि सिविल सेवा नौकरी कोटा खत्म किया जाए।
बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट द्वारा 21 जुलाई को ज्यादातर कोटा रद्द कर दिया गया। जिसके बाद विरोध प्रदर्शन रुक गए। हालांकि, पिछले हफ्ते फिर से दंगे शुरू हो गए क्योंकि जनता ने हिंसा के लिए शेख हसीना से माफी की मांग की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेशी प्रदर्शनकारियों के इस विरोध में रविवार यानी कल कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, कुल मृत लोगों की संख्या 300 पहुंच गई है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जतराबारी और ढाका मेडिकल कॉलेज इलाकों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के कारण आज ताजा हिंसा में कम से कम छह लोग मारे गए।