facebookmetapixel
Market This Week: फार्मा-आईटी शेयरों में चमक से इस हफ्ते चढ़ा बाजार, निवेशकों को ₹7 लाख करोड़ का फायदालालू के दोनों लाल क्या बचा पाएंगे अपनी सीट? तेजस्वी दूसरे तो तेज प्रताप तीसरे नंबर पर; बढ़ रहा वोटों का अंतरजेल में बंद JDU नेता अनंत सिंह मोकामा से 28,000 वोटों से जीते, RJD के वीणा देवी को हरायामहिला-EBC गठबंधन, विपक्षी एकता में कमी: बिहार चुनाव में NDA के शानदार प्रदर्शन के पीछे रहे ये पांच बड़े फैक्टरबिहार विधानसभा चुनाव 2025: यहां देखें विजेताओं की पूरी लिस्टदिल्ली के पॉश इलाकों में घर लेना और महंगा! इंडिपेंडेंट फ्लोर की कीमतों में जबरदस्त उछालBihar Assembly Elections 2025: नीतीश के पोस्टरों से पटा पटना, समर्थकों ने कहा-‘टाइगर जिंदा है’बिहार चुनाव में बड़ा झटका! प्रशांत किशोर की जन सुराज हर सीट पर पीछे- ECI रुझानों ने चौंकायाBihar Election Results: क्या NDA 2010 की ऐतिहासिक जीत को भी पीछे छोड़ने जा रही है?Bihar Election 2025: नतीजों पर सियासत गरमाई, जदयू ने कहा ‘नीतीश का करिश्मा’, विपक्ष बोला ‘निराशाजनक’

आपदाओं से होने वाली क्षति रोकने में अधिक निवेश करें एशिया-प्रशांत देश: UN

किशोर ने मनीला में आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन में कहा, ‘‘आपदाएं अब रिकॉर्ड संख्या में लोगों को प्रभावित कर रही हैं तथा उनके जीवन एवं आजीविका को खतरे में डाल रही हैं।’’

Last Updated- October 16, 2024 | 9:26 AM IST
United Nations
Representative image

संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि यदि सरकारें आपदा न्यूनीकरण एवं रोकथाम में अधिक निवेश नहीं करती हैं, तो भीषण तूफानों सहित अन्य आपदाएं एशिया प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक प्रगति को पटरी से उतार सकती हैं।

संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव एवं इसके आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यालय के प्रमुख कमल किशोर ने फिलीपीन द्वारा आपदा न्यूनीकरण पर आयोजित एक क्षेत्रीय सम्मेलन के आरंभ में अपने भाषण में यह टिप्पणी की। फिलीपीन आपदाओं से विश्व के सर्वाधिक प्रभावित देशों में से एक है।

किशोर ने मनीला में आयोजित तीन दिवसीय सम्मेलन में कहा, ‘‘आपदाएं अब रिकॉर्ड संख्या में लोगों को प्रभावित कर रही हैं तथा उनके जीवन एवं आजीविका को खतरे में डाल रही हैं।’’ इस सम्मेलन का नेतृत्व एशिया प्रशांत क्षेत्र के आपदा न्यूनीकरण एवं प्रतिक्रिया के प्रभारी मंत्रियों ने किया।

उन्होंने कहा, ‘‘आपदाओं के इन जोखिमों को यदि नियंत्रित नहीं किया गया तो ये एशिया प्रशांत क्षेत्र की विकास की आकांक्षाओं को पटरी से उतार सकते हैं तथा उस प्रगति को पीछे धकेल सकते हैं जिसे हासिल करने में दशकों लग गए।’’

किशोर ने कहा कि एशिया प्रशांत देशों को आपदा से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिए अपने राष्ट्रीय बजट में नियमित रूप से धनराशि का प्रावधान करना चाहिए तथा विदेशी विकास सहायता का एक बड़ा हिस्सा ‘‘आपदा की स्थिति में न केवल राहत एवं बचाव कार्यों के लिए’’ बल्कि आपदा की रोकथाम के लिए भी आवंटित करना चाहिए।

First Published - October 16, 2024 | 9:26 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट