Earthquake Today: म्यांमार में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस किए गए। भूकंप के तेज झटके न सिर्फ म्यांमार में, बल्कि पड़ोसी देशों थाईलैंड और वियतनाम में भी महसूस किए गए।
स्थानीय समयानुसार यह भूकंप गहराई में आया, जिससे व्यापक क्षेत्र में इसके प्रभाव का अनुभव हुआ। अब तक किसी बड़े नुकसान या जान-माल की हानि की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
भूकंप के झटकों के बाद लोगों में दहशत का माहौल देखा गया। कई जगहों पर लोग इमारतों से बाहर निकल आए। आपात सेवाओं को अलर्ट पर रखा गया है और प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य की तैयारियां की जा रही हैं।
भूकंप इतना शक्तिशाली था कि राजधानी नैपीडॉ समेत मंडाले और आसपास के क्षेत्रों में कई इमारतें ढह गईं। मंडाले स्थित ऐतिहासिक एवा ब्रिज भी भूकंप के झटकों को सह नहीं पाया और इरावदी नदी में समा गया।
NCS ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “भूकंप की तीव्रता: 7.2, तिथि: 28/03/2025, समय: 11:50:52 IST, अक्षांश: 21.93 N, देशांतर: 96.07 E, गहराई: 10 किमी, स्थान: म्यांमार।”
EQ of M: 7.2, On: 28/03/2025 11:50:52 IST, Lat: 21.93 N, Long: 96.07 E, Depth: 10 Km, Location: Myanmar.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/Yu9tQjs9oI— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) March 28, 2025
म्यांमार के सागाइंग शहर से 16 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में शुक्रवार को दोपहर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता ज़मीन से 10 किलोमीटर गहराई में दर्ज की गई और यह स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:50 बजे (0620 GMT) आया।
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुक्रवार दोपहर जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) और जर्मनी के GFZ सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार, भूकंप का केंद्र पड़ोसी देश म्यांमार में था और यह सतह से महज 10 किलोमीटर की गहराई में आया। यह जानकारी प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर दी गई है।
चीन की सरकारी भूकंप एजेंसी ने भी इस भूकंप की पुष्टि की है। एजेंसी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 7.9 मैग्नीट्यूड मापी गई और इसके झटके दक्षिण-पश्चिमी युन्नान प्रांत तक महसूस किए गए।
दोपहर करीब 1:30 बजे जब यह भूकंप आया, उस वक्त बैंकॉक के कई ऊंचे इमारतों और होटलों में अलार्म बजने लगे। घबराए लोग सीढ़ियों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। कई लोग धूप से बचने के लिए इमारतों की छांव में खड़े दिखे।
झटकों की तीव्रता इतनी थी कि बैंकॉक में एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई। हालांकि, अभी तक जान-माल के नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में देखा गया कि जैसे ही भूकंप आया, कई इमारतें तेजी से हिलने लगीं। लोग घबराकर इमारतों से बाहर निकलते नजर आए।
Bangkok earthquake right now #bangkok #earthquake #bkknews #bkk #แผ่นดินไหว #deprem #myanmar
Myanmar’da 7.7 şiddetinde deprem meydana geldi… pic.twitter.com/9TtEGNutfg
— bahisşikayet (@Bahis_sikayetim) March 28, 2025
अधिकारियों के मुताबिक, झटकों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि ऊंची इमारतों में काम कर रहे लोग तुरंत सतर्क हो गए और बाहर निकलने लगे। भूकंप का केंद्र भले ही थाईलैंड से दूर रहा हो, लेकिन इसकी गूंज वहां भी साफ महसूस की गई।
Whole Bangkok shook like Crazy! #Bangkok #earthquake pic.twitter.com/99v7ySZDGc
— Srushti Gopani (@DrSrushtiG) March 28, 2025
म्यांमार में अक्सर आते हैं भूकंप
म्यांमार एक ऐसा देश है जहां भूकंप आना आम बात है। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, 1930 से 1956 के बीच देश के मध्य हिस्से से होकर गुजरने वाले सागाइंग फॉल्ट के पास 7.0 या उससे अधिक तीव्रता के छह बड़े भूकंप दर्ज किए गए थे।
साल 2016 में म्यांमार की ऐतिहासिक राजधानी बागान में 6.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था। इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई थी, जबकि पर्यटक स्थल पर मौजूद कई प्राचीन मंदिरों की मीनारें ढह गई थीं और दीवारों में दरारें आ गई थीं।
गौरतलब है कि यह दक्षिण-पूर्व एशियाई देश आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है और यहां का स्वास्थ्य तंत्र, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में, बेहद कमजोर है।