facebookmetapixel
सिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यानDividend Stocks: सितंबर के दूसरे हफ्ते में बरसने वाला है मुनाफा, 100 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड₹30,000 से ₹50,000 कमाते हैं? ऐसे करें सेविंग और निवेश, एक्सपर्ट ने बताए गोल्डन टिप्सभारतीय IT कंपनियों को लग सकता है बड़ा झटका! आउटसोर्सिंग रोकने पर विचार कर रहे ट्रंप, लॉरा लूमर का दावाये Bank Stock कराएगा अच्छा मुनाफा! क्रेडिट ग्रोथ पर मैनेजमेंट को भरोसा; ब्रोकरेज की सलाह- ₹270 के टारगेट के लिए खरीदेंपीएम मोदी इस साल UNGA भाषण से होंगे अनुपस्थित, विदेश मंत्री जयशंकर संभालेंगे भारत की जिम्मेदारीस्विगी-जॉमैटो पर 18% GST का नया बोझ, ग्राहकों को बढ़ सकता है डिलिवरी चार्जपॉलिसीधारक कर सकते हैं फ्री लुक पीरियड का इस्तेमाल, लेकिन सतर्क रहें

‘5 में से 1 यूएचएनआई चाहता है विदेश में बसना’

पसंदीदा गंतव्यों में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं, जहां की गोल्डन वीजा योजना काफी आकर्षक है। 

Last Updated- March 26, 2025 | 10:37 PM IST
हुरुन इंडिया की रिपोर्ट, अरबपतियों की फेहरिस्त में भारत से 94 नए चेहरे, Hurun India report, 94 new faces from India in the list of billionaires

कोटक महिंद्रा बैंक की इकाई कोटक प्राइवेट बैंकिंग द्वारा किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि प्रत्येक पांच में से एक अल्ट्रा-हाई-नेटवर्थ व्यक्ति (यूएचएनआई) अपने जीवन स्तर में सुधार लाने, हेल्थकेयर समाधान, शिक्षा या जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए भारत से बाहर जाने की सोच रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ये व्यक्ति अपनी भारतीय नागरिकता बरकरार रखते हुए अपने पसंदीदा मेजबान देश में स्थायी रूप से निवास करना चाहते हैं। यह सर्वेक्षण वित्त वर्ष 2025 की पहली दो तिमाहियों में कराया गया, जिसमें 150 यूएचएनआई ने हिस्सा लिया था। पसंदीदा गंतव्यों में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं, जहां की गोल्डन वीजा योजना काफी आकर्षक है।

रिपोर्ट में यूएचएनआई के निवेश दृष्टिकोण का भी खुलासा किया गया है, जिसमें पोर्टफोलियो में घरेलू और वैश्विक इक्विटी बाजारों को प्राथमिकता दी गई है, इसके बाद वाणिज्यिक अचल संपत्ति, ऋण और वैकल्पिक निवेश का स्थान है।

First Published - March 26, 2025 | 10:22 PM IST

संबंधित पोस्ट