उत्तर प्रदेश में हुए शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिन-रात मेहनत काम आयी है। शहरी निकाय चुनावों में अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए समाजवादी पार्टी सहित सभी विपक्षी दलों को घुटने पर ला दिया है।
प्रदेश के सभी 17 निगमों में भारतीय जनता पार्टी के मेयर बने हैं। कांग्रेस तीन तो बसपा दो स्थानों पर दूसरे नबंर रही जबकि अन्य जगहों पर सपा मुख्य मुकाबले में रही है। योगी आदित्यनाथ ने निकाय चुनावों में 50 से ज्यादा रैलियां व सभाएं की थीं।
इसके अलावा प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों की विभिन्न क्षेत्रों में ड्यूटी लगायी गयी थी। इसके विपरीत सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बामुश्किल आधा दर्जन स्थानों पर चुनाव प्रचार किया जबकि कांग्रेस व बसपा के नेताओं ने प्रचार में ही हिस्सा नहीं लिया।
हार से सदमे में आए सपा मुखिया ने शनिवार को कर्नाटक चुनावों के नतीजों पर तो खुशी जाहिर की और इसे भाजपा का अंतकाल बताया पर यूपी के निकाय चुनावों पर की टिप्पणी नहीं की।
कांग्रेस ने भी प्रदेश मुख्यालय में कर्नाटक की ही जीत का जश्न मनाया और निकाय चुनावों के नतीजों पर बोलने से परहेज किया। सपा की हार के जख्म को दो विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों की हार ने भी गहरा कर दिया। शनिवार को प्रदेश में हुए स्वार और छानवे विधानसभा सीटों के उपचुनाव के भी नतीजे आए। दोनों सीटें भाजपा समर्थित अपना दल ने जीत ली और इनमें से एक स्वार की सीट तो सपा से छीनी है।
नगर निगमों में तो भाजपा ने एकतरफा जीत हासिल करते हुए विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया है। इससे पहले 2017 में हुए चुनाव में भाजपा ने 16 में से 14 नगर निगमों में जीत हासिल की थी औक मेरठ व अलीगढ़ में बसपा जीती थी। इस बार नए बने शाहजहांपुर को मिलाकर सभी 17 नगर निगमों में मेयर का पद भाजपा की झोली में गया है।
भाजपा का प्रदर्शन 199 नगर पालिकाओं व 544 नगर पंचायतों में भी चेयरमैन के पदों पर पहले से बेहतर रहा है। भाजपा को 98 नगर पालिका परिषदों व 204 नगर पंचायतों में चेयरमैन पद पर काबिज होने में सफलता मिली है।
सपा ने 59 नगर पालिका तो बसपा ने 19 व कांग्रेस ने 7 नगर पालिकाओं में चेयरमैन पद पर जीत हासिल की है। नगर पंचायतों में सपा को 171, बसपा को 51 व कांग्रेस को 44 चेयरमैन के पदों पर जीत मिली है। इस बार प्रदेश में नगर पंचायतों में आप और ओवैसी की एआईएमआईएम का भी खाता खुला है। नगर निकायों में बड़ी तादाद में पार्षद पदों पर भी भाजपा के प्रत्याशी जीते हैं।
बड़ी जीत हासिल करने के बाद प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया।