राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में दूसरे हवाईअड्डे का इंतजार कुछ और लंबा हो गया है। उत्तर प्रदेश के जेवर में बनाए जा रहे नोएडा हवाईअड्डे (Noida Airport) के निर्माण में देरी के कारण वाणिज्यिक उड़ान का संचालन शुरू करने की समयसीमा दिसंबर 2024 से बढ़ाकर अप्रैल 2025 कर दी गई है।
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनैशनल एजी की सहायक कंपनी यमुना इंटरनैशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएपीएल) इस नए हवाईअड्डे का निर्माण कर रही है।
वाईआईएपीएल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया ‘कई कारणों से यह बदलाव हुआ है, जिसमें कोविड-19 के प्रतिबंधों की वजह से निर्माण सामग्री और उपकरणों की डिलिवरी में देर तथा भू-राजनीतिक टकराव के कारण आपूर्ति श्रृंखला की बाधाएं शामिल हैं। हम निर्माण गतिविधियों की रफ्तार और परिचालन संबंधी तत्परता की तैयारियों को उच्च स्तर पर बनाए रखने के लिए सभी हितधारकों (ईपीसी ठेकेदार टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड समेत) के साथ काम कर रहे हैं।’
वाईआईएपीएल ने कहा ‘यह बड़ी और जटिल परियोजना है तथा मॉनसून के सीजन से पहले निर्माण गतिविधियों के अगले कुछ सप्ताह महत्वपूर्ण हैं। निर्माण की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर हम वाणिज्यिक परिचालन अप्रैल 2025 के आखिर तक शुरू करने की उम्मीद कर रहे हैं।’
जनवरी में वाईआईएपीएल के मुख्य कार्य अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा था कि नोएडा हवाईअड्डा साल के आखिर तक वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
जनवरी में विमानन क्षेत्र की सलाहकार कंपनी कापा इंडिया ने कहा था कि अनुमान है कि एक रनवे के साथ नोएडा हवाईअड्डा साल 2025-26 में 94 लाख से 1.17 करोड़ यात्रियों को संभालेगा। जीएमआर समूह के नेतृत्व वाली इकाई द्वारा परिचालित दिल्ली हवाईअड्डे और इससे लगभग 70 किमी दूर नोएडा हवाईअड्डे के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के आसार हैं।
देश में नोएडा हवाईअड्डा ही एकमात्र ऐसी प्रमुख नई परियोजना नहीं है, जिसे देरी का सामना करना पड़ रहा है। जनवरी में तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि नवी मुंबई हवाईअड्डे पर वाणिज्यिक परिचालन मार्च 2025 तक शुरू हो जाएगा।
नवी मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट की मूल कंपनी अदाणी ग्रुप ने पिछले साल अप्रैल में निवेशक प्रस्तुति में कहा था कि हवाईअड्डे पर दिसंबर 2024 तक वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।