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Tamil Nadu Round Table 2023: MSMEs को भविष्य के लिए तैयार करने की जरूरत- एक्सपर्ट्स

नोकिया के कार्तिकेयन पी ने कहा, "जब छोटे पैमाने के उद्योगों की बात आती है, तो उन्हें मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।"

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- December 18, 2023 | 2:12 PM IST

Tamil Nadu Round Table 2023: उद्योग विशेषज्ञों ने चेन्नई में बिजनेस स्टैंडर्ड तमिलनाडु राउंड टेबल 2023 में कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) तमिलनाडु के उद्योगों की रीढ़ हैं और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने की जरूरत है।

बिजनेस स्टैंडर्ड की कार्यकारी संपादक निवेदिता मुखर्जी द्वारा संचालित “तमिलनाडु भारत के उन्नत विनिर्माण केंद्र के रूप में: संभावनाएं और चुनौतियां” विषय पर एक पैनल चर्चा में, तमिलनाडु औद्योगिक निवेश निगम के हंस राज वर्मा ने कहा, “यदि MSME इकोसिस्टम मजबूत है, तो यह है तमिलनाडु में बड़े निवेश के लिए एक अतिरिक्त प्रोत्साहन है।”

उन्होंने कहा, “आखिरकार, ये MSME सभी मूल उपकरण निर्माताओं (OEMs) के लिए विक्रेता हैं।” उन्होंने कहा कि उन्होंने उभरते रुझानों के बारे में MSME को संवेदनशील बनाना शुरू कर दिया है जो उन्हें प्रभावित करेगा।

वर्मा ने कहा, “MSME को महंगे सॉल्यूशन की जरूरत नहीं है। उन्हें घरेलू स्तर पर उचित सॉल्यूशन की जरूरत है।”

नोकिया के कार्तिकेयन पी ने कहा, “जब छोटे पैमाने के उद्योगों की बात आती है, तो उन्हें मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।”

कार्तिकेयन ने आगे कहा, “बड़ी कंपनियों के भीतर एक इकोसिस्टम होता है। लेकिन जब हमें उन्नत विनिर्माण के बराबर आने के लिए छोटे पैमाने की कंपनियों की आवश्यकता होती है, तो हमें एक एजेंसी स्थापित करने के लिए सरकार से समर्थन की आवश्यकता होती है जो निष्पक्ष समर्थन दे सके।”

कार्तिकेयन ने यह भी कहा कि सरकार की पहल के कारण राज्य में शिक्षा-उद्योग का अंतर (academia-industry gap) दो दशक पहले की तुलना में बेहतर है।

हुंडई मोटर इंडिया के CS गोपाल कृष्णन ने घोषणा की कि कंपनी तमिलनाडु में एक बैटरी सिस्टम असेंबली प्लांट खोलेगी, जो प्रति वर्ष 70,000-100,000 यूनिट्स की जरूरतों को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि वे अपने कर्मचारियों को लगातार कुशल बना रहे हैं।

3i मेडटेक-रिफेक्स ग्रुप के बाला एम ने कहा कि कोर टेक्नोलॉजी के लिए, सरकार को MSME की मदद के लिए बुनियादी ढांचे और एक वेंडर इकोसिस्टम के निर्माण का समर्थन करने की आवश्यकता है। बाला ने कहा, “MSME के रूप में, हमें वह बनाने की जरूरत है जो भारत जैसे बाजारों के लिए प्रासंगिक हो।”

स्वास्थ्य सेवा पर उन्होंने कहा कि भारत के पास दो चीजें हैं जो चीन के पास नहीं हैं। एक है डॉक्टरों की क्लिनिकल विशेषज्ञता, जो वैश्विक मानकों के अनुरूप है। आज वे नए उत्पाद बनाने के लिए उद्योग के साथ काम करने को तैयार हैं।

दूसरी चीज है सॉफ्टवेयर। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे इनोवेशन पर ध्यान देने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, “हम उन इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो मितव्ययी हों और विशेष रूप से भारत जैसे बाजारों की जरूरतों को पूरा करते हों। अगर हम इसमें सफल होते हैं, तो हम 100 देशों में प्रासंगिक होंगे। हम एक निर्यात केंद्र बन सकते हैं।”

भारत में उन्नत विनिर्माण पर गोपाल कृष्णन सीएस ने कहा कि देश में एक्सीलेंट टैलेंट पूल, अच्छे संस्थान और सरकारी समर्थन है। “हम यहां की सभी सर्वोत्तम प्रथाओं को वैश्विक स्तर पर ले जा सकते हैं।’’

First Published : December 18, 2023 | 2:12 PM IST