Photo: Freepik
Diwali Shopping 2025: इस दिवाली भारतीयों ने त्योहारों पर जमकर खरीदारी की। पैसाबाजार के एक नए सर्वे के अनुसार, इस साल 42% से ज्यादा क्रेडिट कार्ड यूजर्स ने फेस्टिव शॉपिंग पर 50,000 रुपये से अधिक खर्च किया है। वहीं, 22% प्रतिभागियों ने 50,000 से 1 लाख रुपये के बीच और 20% प्रतिभागियों ने अपने क्रेडिट कार्ड से 1 लाख रुपये से ज्यादा की खरीदारी की है। ये आंकड़े बताते हैं कि त्योहारों में क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से लोग अब महंगी चीजें खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सर्वे से यह भी पता चला कि 91% लोगों ने अपनी खरीदारी कार्ड ऑफर्स के अनुसार प्लान की और कैशबैक को सबसे ज्यादा महत्व दिया।
2,300 से ज्यादा प्रतिभागियों पर आधारित इस सर्वे में यह पता चला है कि दिवाली पर क्रेडिट कार्ड से सबसे ज्यादा खर्च होम एप्लायंसेज (25%), मोबाइल, गैजेट्स और एक्सेसरीज (23%) और कपड़ों (22%) पर हुआ है। इसके बाद फर्नीचर और डेकोर (18%) का स्थान रहा। इसके अलावा, सोना और ज्वेलरी पर भी क्रेडिट कार्ड से 12% खर्च किया गया। ये आंकड़ें यह दर्शाते हैं कि अब लोग महंगी चीजें खरीदने के लिए क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि उन्हें ज्यादा लाभ मिल सके।
Also Read: Axis MF ने उतारा नया फंड; ₹100 से निवेश शुरू; इस हाइब्रिड FoF में क्या है खास?
पैसाबाजार की सीईओ, संतोष अग्रवाल ने कहा, “त्योहारों में महंगी चीजों की खरीदारी के लिए क्रेडिट कार्ड का बढ़ता उपयोग इस बात का संकेत है कि उपभोक्ता अब ज्यादा फायदे और सुविधा चाहते हैं। उपभोक्ता अब क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ज्यादा समझदारी से कर रहे हैं। वे अपनी बड़ी खरीदारी को त्योहारों के ऑफर्स और कार्ड से मिलने वाले रिवॉर्ड्स के साथ प्लान करते हैं। हमारे सर्वे से यह बात साफ है कि कंज़्यूमर्स में क्रेडिट कार्ड के प्रति जागरूकता और उसकी लोकप्रियता दोनों तेजी से बढ़ रही है।”
सर्वे से यह भी पता चला कि 91% से ज्यादा क्रेडिट कार्ड यूजर्स ने कार्ड ऑफर के अनुसार अपनी खरीदारी प्लान की, जबकि 10% से भी कम लोगों ने कहा कि उन्होंने किसी विशेष डील्स या ऑफर्स का इंतजार किए बिना अपनी खरीदारी की और अपने कार्ड के सामान्य कैशबैक या रिवॉर्ड स्ट्रक्चर पर निर्भर रहे। इससे पता चलता है कि त्योहारों में की जाने वाली खरीदारी के निर्णय अब पहले से कहीं अधिक वैल्यू-ड्रिवन होते जा रहे हैं, जिसमें उपभोक्ता क्रेडिट कार्ड ऑफर और चल रहे प्रचारों से अधिकतम लाभ उठाने पर ध्यान दे रहे हैं।
Also Read: SEBI का नया प्रस्ताव: म्युचुअल फंड फोलियो खोलने और पहली बार निवेश के लिए KYC वेरिफिकेशन जरूरी
क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला लाभ इसे फेस्टिव खरीदारी के लिए उपयुक्त बनाता है। सर्वे में शामिल 71% लोगों के पास ऐसे क्रेडिट कार्ड थे, जो खासतौर पर शॉपिंग पर कैशबैक या रिवॉर्ड ऑफर करते हैं। वहीं, 15% कंज्यूमर्स के पास ऐसा कार्ड न होने के बावजूद भी उन्हें फेस्टिव ऑफर्स का लाभ मिला। जबकि 14% क्रेडिट कार्ड यूजर को शॉपिंग से संबंधित कोई फायदा नहीं मिला।
क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले इंसेटिव की बात करें तो कैशबैक 20% लोगों की पहली पसंद रहा। इसके बाद को-ब्रांडेड ऑफर्स (19%) और एक्सेलरेटेड रिवॉर्ड पॉइंट्स (18%) ने उपभोक्ताओं को आकर्षित किया। वहीं, EMI लेने वालों में 56% कंज्यूमर्स ने No-Cost EMI चुना, 29% ने बेहतर डिस्काउंट के लिए EMI ली और 10% ने सिर्फ खर्च को किस्तों में बांटने के लिए EMI का विकल्प चुना।
पैसाबाजार के क्रेडिट कार्ड प्रमुख रोहित छिब्बर ने कहा, “इस साल का सर्वे दर्शाता है कि लोग अब अधिक समझदार और मूल्य-सचेत हो गए हैं — वे अपनी खरीदारी की योजना क्रेडिट कार्ड ऑफर्स के अनुसार बनाते हैं और ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों जगहों से खरीदारी करने में समान रूप से सहज हैं। इसके साथ वह अपने पास मौजूद क्रेडिट कार्ड का अधिकतम लाभ उठाना चाहते हैं। कैशबैक, रिवॉर्ड्स, नो-कॉस्ट ईएमआई और मर्चेंट डिस्काउंट जैसी सुविधाओं के कारण क्रेडिट कार्ड आज भी त्योहारी खरीदारी का अहम हिस्सा है।”
Also Read: SIP में पैसा डालते-डालते थक गए? वैल्यू रिसर्च ने बताया क्यों नहीं बढ़ रहा आपका पैसा
इसके अलावा, 83% प्रतिभागियों ने बताया कि उन्हें Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर सबसे बेहतर डील्स और डिस्काउंट मिले, जबकि केवल 7% क्रेडिट कार्ड यूजर्स का मानना था कि उन्हें फिजिकल स्टोर्स (स्थानीय दुकानों) पर अधिक फायदेमंद ऑफर मिले।
इस सर्वे ने एक बार फिर से इस बात की पुष्टि की है कि Amazon और Flipkart सबसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म हैं। सर्वे में शामिल लोगों में से लगभग 43% लोगों ने बताया कि वे इन्हीं दोनों प्लेटफॉर्म से खरीदारी करना पसंद करते हैं। इसके बाद Myntra (15%) और Meesho (10%) को लोगों ने पसंद किया। जबकि Ajio, Nykaa, Zepto और Tata Cliq ने मिलकर कुल 32% की हिस्सेदारी दर्ज की।