Swachh Bharat Mission: स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के तहत उत्तर प्रदेश खुले में शौच (ओडीएफ) से 100 प्रतिशत मुक्त हो गया है, जो राज्य के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि है।
उत्तर प्रदेश के सभी करीब 96,000 ओडीएफ प्लस घोषित किए गए हैं। ओडीएफ प्लस ऐसे गांव होते हैं, जहां ठोस या तरल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों को लागू करने के साथ-साथ अपनी खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) स्थिति को बरकरार रखा है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक अब तक देश के 4.4 लाख (करीब 75 प्रतिशत) गांवों ने अपने को ओडीएफ प्लस घोषित किया है। यह 2024-25 तक एसबीएम-जी फेज2 के लक्ष्य हासिल करने की दिशा में उल्लेखनीय कदम है।
उत्तर प्रदेश ने चालू वित्त वर्ष में गति पकड़ी है, क्योंकि 1 जनवरी 2023 तक राज्य के सिर्फ 15,088 गांव ओडीएफ प्लस घोषित किए गए थे। अब तक 11 राज्य ओडीएफ प्लस का दर्जा हासिल कर सके हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा है।
बयान में कहा गया है, ‘9 महीने की बहुत कम अवधि में राज्य ने कवायदें तेज की और ओडीएफ प्लस का दर्जा हासिल करने के लिए काम किया।’
बयान में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के 95,767 ओडीएफ प्लस गांवों में से 81,744 गांव ओडीएफ प्लस आकांक्षी गांव हैं, जिन्होंने ठोस कचरा प्रबंधन या तरल कचरा प्रबंधन की व्यवस्था है। वहीं10,217 ओडीएफ प्लस उभरते गांव हैं। वहीं 3,806 गांव ओडीएफ प्लस मॉडल गांव हैं।