प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सिडनी के कुडोस बैंक एरिना में करीब 21,000 से अधिक प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया एक व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) पर काम कर रहे हैं। उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट वाले माहौल में ब्रिसबेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की भी घोषणा की।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंटनी अल्बनीज मोदी के भाषण के दौरान अपने मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के साथ मौजूद रहे और उन्होंने अपने एक संक्षिप्त संबोधन में भारतीय प्रधानमंत्री को ‘बॉस’ कहा।
उन्होंने कहा, आखिरी बार मैंने इस मंच पर महान गायक ब्रूस स्प्रिंगस्टीन (वर्ष 2017) को देखा था और उनका स्वागत भी इतने शानदार तरीके से नहीं हुआ जिस तरह का स्वागत प्रधानमंत्री मोदी का हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी बॉस हैं। वह जहां भी जाते हैं उनका ‘रॉकस्टार’ की तरह स्वागत होता है।’
‘नमस्ते ऑस्ट्रेलिया’ संबोधन की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि एक समय था जब भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों की व्याख्या ‘ट्रिपल सी’ यानी कॉमनवेल्थ (राष्ट्रमंडल), क्रिकेट और करी से होती थी और उसके बाद कहा गया कि दोनों देशों के संबंध ‘थ्री डी’ पर आधारित हैं यानी डेमोक्रेसी (लोकतंत्र), डायस्पोरा (प्रवासी) और दोस्ती।
मोदी ने कहा कि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध ‘थ्री ई’ यानी एनर्जी (ऊर्जा), इकॉनमी (अर्थव्यस्था) और एजुकेशन (शिक्षा) पर आधारित है। मोदी ने कहा, ‘भारत और ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक संबंधों का विस्तार इससे कहीं ज्यादा बड़ा है। सच्चाई यह है कि दोनों देशों के संबंधों की वास्तविक गहराई सी डी और ई… से परे है।’
वहीं अल्बनीज ने भारतीय समुदाय की प्रशंसा की। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हम अधिक संपर्क देखना चाहते हैं। अधिक ऑस्ट्रेलियाई और भारतीय छात्र एक-दूसरे के देशों में रह रहे हैं, अध्ययन कर रहे हैं और उन अनुभवों को अपने देश ला रहे हैं। कारोबारी क्षेत्र के दिग्गज लोग, कलाकारों और परिवारों ने आपके अनुभवों, आपके ज्ञान और आपके विचारों को साझा किया।’
उन्होंने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे की डिग्री को मान्यता देने की दिशा में आगे बढ़े हैं और दोनों जगहों के छात्रों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच ‘माइग्रेशन और मोबिलिटी पार्टनरशिप एग्रीमेंट’ पर भी सहमति बनी है और इससे भारतीयों के लिए ऑस्ट्रेलिया आना और यहां काम करना आसान होगा।
मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते (ईसीटीए) पर हस्ताक्षर किए और अब सीईसीए पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम एक लचीली और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला तैयार कर रहे हैं। इससे दोनों देशों का कारोबार मजबूत होगा।’
ऑस्ट्रेलिया वर्ष 2022-23 में भारत का 13वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि पिछले साल आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय व्यापार अगले पांच साल में दोगुने से अधिक हो जाएगा।’
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का ‘चमकता सितारा’ माने जाने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि विश्व बैंक के अनुसार अगर कोई देश वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ रहा है तो वह भारत है। उन्होंने कहा, ‘भारत ने सबसे चुनौतीपूर्ण समय में भी रिकॉर्ड निर्यात किया है।’ उन्होंने कहा कि भारत के पास क्षमता की कमी नहीं है और न ही भारत में संसाधनों की कमी है। आज, जिस देश में दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे कम उम्र के प्रतिभाशाली लोगों का कारखाना है, वह है भारत।’
मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच भौगोलिक दूरी जरूर है, लेकिन हिंद महासागर इन्हें आपस में जोड़ता है, जीवनशैली भले अलग-अलग हों पर अब योग भी इन्हें जोड़ता है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट से तो दोनों देश ना जाने कब से जुड़े हुए हैं, लेकिन अब टेनिस और फिल्में भी इन्हें जोड़ रही हैं। मोदी ने कहा कि जब ऑस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज शेन वार्न का निधन हुआ तो लाखों भारतीय भी दुखी थे।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ऑस्ट्रेलिया के शहर ब्रिसबेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाने और आने वाले दिनों में दोनों देशों के प्रमुख शहरों के बीच विमानों की संख्या बढ़ाए जाने की भी घोषणा की। मोदी ने सिडनी के उपनगर ‘लिटल इंडिया’ की आधारशिला रखने में उनका समर्थन करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज को धन्यवाद दिया।
हैरिस पार्क का नामकरण ‘लिटल इंडिया’ करने की घोषणा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज ने सामुदायिक कार्यक्रम में मोदी का स्वागत करते हुए की। हैरिस पार्क पश्चिमी सिडनी में एक केंद्र है, जहां भारतीय समुदाय दीवाली और ऑस्ट्रेलिया दिवस जैसे त्योहार और कार्यक्रम मनाता है।