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Shrimp export: ट्रंप टैरिफ से 2 अरब डॉलर के झींगा निर्यात पर संकट, उद्योग ने सरकार से मांगी सहायता

Shrimp export: भारत ने 2024 में अमेरिका को 2.8 अरब डॉलर मूल्य के झींगे का निर्यात किया था और इस वर्ष अब तक 50 करोड़ डॉलर मूल्य का निर्यात कर चुका है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- August 10, 2025 | 3:59 PM IST

Shrimp export: अमेरिका टैरिफ के कारण देश का झींगा निर्यात उद्योग गंभीर संकट से जूझ रहा है। भारतीय समुद्री खाद्य निर्यात संघ (SEAI) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा लगाए गए टैरिफ के मद्देनजर सरकार से इस उद्योग के लिए आपात वित्तीय समर्थन मांगा है।

सरकार से आपात वित्तीय समर्थन मांगा

संघ ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय से संपर्क कर कहा है कि अमेरिकी टैरिफ की वजह से उद्योग को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। संघ ने सरकार से सस्ते कर्ज के जरिये कार्यशील पूंजी में 30% की वृद्धि, ब्याज सहायता के जरिये मार्जिन की भरपाई और पैकेजिंग से पहले और बाद के कार्यों के लिए 240 दिन की कर्ज भुगतान की छूट का आग्रह किया है।

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2025 में अब तक 50 करोड़ डॉलर का निर्यात

SEAI के महासचिव के एन राघवन ने बताया, ‘‘करीब दो अरब डॉलर मूल्य के झींगा निर्यात में गंभीर व्यवधान आ रहा है।’’ उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका ने जवाबी टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% कर दिया है। भारत ने 2024 में अमेरिका को 2.8 अरब डॉलर मूल्य के झींगे का निर्यात किया था और इस वर्ष अब तक 50 करोड़ डॉलर मूल्य का निर्यात कर चुका है।

अन्य एशियाई देशों को होगा फायदा

राघवन ने कहा कि नए टैरिफ के कारण भारतीय समुद्री खाद्य उत्पाद चीन, वियतनाम और थाइलैंड की तुलना में काफी कम प्रतिस्पर्धी हो गए हैं, जिनपर केवल 20-30% का अमेरिकी टैरिफ लगता है। उन्होंने चेतावनी दी कि ये एशियाई प्रतिस्पर्धी कीमतें कम करके अमेरिकी बाजार में हिस्सेदारी हासिल कर लेंगे, जबकि भारतीय निर्यातक मौजूदा खेप को दूसरे रास्ते से नहीं भेज सकते क्योंकि इससे अनुबंध उल्लंघन के लिए 40% अतिरिक्त जुर्माना लगेगा।

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भारत को तलाशनें होंगे 5 नए बाजार

राघवन ने कहा, ‘‘एकमात्र रास्ता पांच नए बाजारों की खोज करना है, लेकिन इसमें समय लगेगा। उदाहरण के लिए, ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर तो हो गए हैं, लेकिन इसके क्रियान्वयन में समय लगेगा।’’ शुल्क वृद्धि भारत के सबसे बड़े कृषि निर्यात क्षेत्रों में से एक के लिए खतरा है। यह क्षेत्र तटीय राज्यों में लाखों लोगों को रोजगार और देश की विदेशी मुद्रा आय में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

(PTI इनपुट के साथ)

First Published : August 10, 2025 | 3:47 PM IST