भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत का रुख हमेशा संयमित और जिम्मेदार रहा है। उन्होंने ये बात अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बातचीत के बाद कही। जयशंकर ने एक्स पर लिखा, “आज सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो से बात हुई। भारत का रवैया हमेशा संयमित और जिम्मेदार रहा है और आगे भी ऐसा ही रहेगा।”
तनाव तब बढ़ा जब पाकिस्तान ने शुक्रवार रात भारत की सीमा में कई जगहों पर हवाई घुसपैठ की कोशिश की। भारत ने इन सभी कोशिशों को नाकाम कर दिया। भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान के इस कदम को “उकसाने वाला” और “तनाव बढ़ाने वाला” बताया।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, रुबियो ने भारत और पाकिस्तान से तनाव कम करने और आपस में बातचीत शुरू करने की अपील की। उन्होंने दोनों देशों के बीच गलतफहमियां रोकने के लिए सीधे संवाद की जरूरत बताई। मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “रुबियो ने दोनों देशों के बीच सकारात्मक बातचीत शुरू करने में अमेरिका की मदद की पेशकश की ताकि भविष्य में ऐसे विवाद न हों।”
रुबियो ने शनिवार को पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से भी बात की। उन्होंने तनाव कम करने और बातचीत शुरू करने की जरूरत दोहराई। खास बात ये है कि रुबियो ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार की बजाय सीधे सेना प्रमुख से बात की। ये दर्शाता है कि पाकिस्तान में विदेश और सुरक्षा नीतियों पर सेना का कितना दबदबा है।
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान ने श्रीनगर से लेकर नलिया तक 24 से ज्यादा जगहों पर हवाई घुसपैठ की कोशिश की। भारतीय सेना ने इन सभी को नाकाम कर दिया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने ड्रोन, फाइटर जेट, लंबी दूरी के हथियार और लॉइटरिंग म्यूनिशन्स का इस्तेमाल किया। ये हमले सैन्य ठिकानों के साथ-साथ नागरिक इलाकों पर भी थे।
भारत ने ये भी कहा कि पाकिस्तान अपनी सेना को सीमा के करीब ला रहा है, जो तनाव और बढ़ाने की तैयारी का संकेत हो सकता है। भारत ने साफ किया कि वो किसी भी उकसावे का जवाब देने को तैयार है, लेकिन उसका रवैया शांति और संयम का है।