Quadrant Future IPO: एडवांस ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम विकसित करने वाली कंपनी क्वाड्रंट फ्यूचर टेक (Quadrant Future Tek) के शेयरों ने मंगलवार, 14 जनवरी 2025 को बीएसई (BSE) पर अपनी शुरुआत की। कंपनी के शेयर 374 रुपये पर लिस्ट हुए, जो इश्यू प्राइस 290 रुपये से 84 रुपये या 28.9% प्रीमियम पर था। एनएसई (NSE) पर शेयरों की लिस्टिंग 370 रुपये पर हुई, जो इश्यू प्राइस से 80 रुपये या 27.5% प्रीमियम दर्शाती है।
इस प्रकार, आईपीओ (IPO) में शेयर पाने वाले निवेशकों को 84 रुपये प्रति शेयर तक की लिस्टिंग गेन मिली, जो 29% का रिटर्न दर्शाता है।
क्वाड्रंट फ्यूचर टेक का आईपीओ लिस्टिंग प्रदर्शन ग्रे मार्केट की उम्मीदों के करीब है। लिस्टिंग से पहले कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में 410 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे, जो इश्यू प्राइस से 120 रुपये या 41.38% का प्रीमियम दर्शाते हैं।
290 करोड़ रुपये का यह आईपीओ 7 जनवरी से 9 जनवरी 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इसका प्राइस बैंड 275–290 रुपये प्रति शेयर था, और न्यूनतम लॉट साइज 69 शेयरों का था। एनएसई (NSE) के डेटा के अनुसार, इस इश्यू को 186.66 गुना ओवरसब्सक्राइब किया गया। नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने 254.71 गुना ओवरसब्सक्रिप्शन किया, जबकि रिटेल इन्वेस्टर्स (RIIs) का 246.94 गुना और क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स (QIBs) का 132.54 गुना ओवरसब्सक्रिप्शन हुआ।
क्वाड्रंट फ्यूचर टेक आईपीओ के शेयरों का आवंटन 10 जनवरी 2025 को फाइनल किया गया।
कंपनी के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के अनुसार, आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल दीर्घकालिक कार्यशील पूंजी जरूरतों, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम विकसित करने के लिए पूंजीगत व्यय, और वर्किंग कैपिटल टर्म लोन के प्रीपेमेंट या रीपेमेंट के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, कुछ हिस्सा सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी आवंटित किया जाएगा।
इस आईपीओ का रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम इंडिया (Link Intime India) था, जबकि संडे कैपिटल एडवाइजर्स (Sundae Capital Advisors) ने एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर के रूप में काम किया।
क्वाड्रंट फ्यूचर टेक (Quadrant Future Tek) एडवांस ट्रेन कंट्रोल और सिग्नलिंग सिस्टम विकसित करने में विशेषज्ञ है, जिसमें भारतीय रेलवे का ‘कवच’ (KAVACH) प्रोजेक्ट भी शामिल है। इसके अलावा, कंपनी एक विशेष केबल निर्माण सुविधा संचालित करती है, जिसमें इलेक्ट्रॉन बीम इरैडिएशन सेंटर भी है। यह सुविधा रेलवे के रोलिंग स्टॉक और नौसेना रक्षा क्षेत्र के लिए केबल्स का निर्माण करती है।