PM Modi swearing in ceremony: कार्यवाहक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार यह पद संभालने के लिए तैयार हैं और उनके नेतृत्व में नई केंद्रीय मंत्रिपरिषद रविवार शाम को पद एवं गोपनीयता की शपथ ले सकती है। राजग और उसके घटक दल सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं मगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुआई वाले गठबंधन के दो प्रमुख सहयोगी दलों ने सरकार बनने के बाद अग्निवीर योजना पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
कल संसद के केंद्रीय कक्ष में राजग संसदीय दल और उसके घटक दलों की बैठक होगी, जिसमें आधिकारिक तौर पर मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री तथा जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार के साथ मोदी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने वाले सांसदों की सूची सौंपेंगे तथा अगली सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। राजग के पास 293 सांसद हैं, जो 543 सदस्यों वाली लोक सभा में बहुमत के आंकड़े 272 से से अधिक है।
अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आज शाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर बैठक की और सरकार गठन के प्रयास तेज करने पर विचार किया। वे राजग के सहयोगी दलों विशेष रूप से तेलुगू देशम पार्टी और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेताओं के भी संपर्क में थे, जिन्होंने मंत्रिपरिषद में हिस्सेदारी और आंध्र प्रदेश तथा बिहार के लिए अपनी उम्मीदों के बारे में बताया है। जदयू के नेता केसी त्यागी और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान ने अग्निवीर योजना की समीक्षा की मांग भी की है।
इस बीच मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और दो चुनाव आयुक्तों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें लोक सभा चुनावों में निर्वाचित सांसदों की सूची सौंपी। चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के साथ ही चुनाव आयोग ने आदर्श चुनाव आचार संहिता भी हटा ली, जो 16 मार्च से लागू थी।
प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भारत के पड़ोसी देशों के नेता जैसे श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ भी शिरकत करेंगे। इसके अलावा मालदीव, भूटान, मॉरीशस और सेशल्स के नेताओं के भी आने की संभावना है।
इससे पहले दुनिया भर के नेता मोदी को चुनावी जीत पर बधाई दे चुके हैं। विक्रमसिंघे और शेख हसीना ने भी फोन कर उन्हें बधाई दी थी। मोदी ने दोनों नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत का न्योता दिया था।
बांग्लादेश संवाद संस्था ने एम नजरूल इस्लाम के हवाले से बताया कि शेख हसीना शुक्रवार शाम नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी। एक समाचार एजेंसी के काठमांडू संवाददाता के अनुसार प्रचंड भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। मगर चीन ने प्रधानमंत्री मोदी की इस टिप्पणी पर विरोध जताया कि वह ताइवान के साथ धनिष्ठ संबंध रखने के इच्छुक हैं।