प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने फोन पर बात की और यूक्रेन में चल रहे युद्ध को जल्द से जल्द शांतिपूर्ण तरीके से हल करने की जरूरत पर जोर दिया। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच इस मुद्दे पर एक बातचीत होने वाली है। यह बातचीत 15 अगस्त को अलास्का में होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने जेलेंस्की के साथ हाल के घटनाक्रमों पर उनकी राय जानी। उन्होंने भारत की उस स्थिर सोच को दोहराया, जिसमें युद्ध को जल्दी और शांतिपूर्ण ढंग से खत्म करने की बात कही गई है। मोदी ने यह भी कहा कि भारत इस दिशा में हर संभव योगदान देने के लिए तैयार है। साथ ही, उन्होंने यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस बातचीत को लेकर कहा कि उन्होंने पीएम मोदी के साथ सभी अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। इसमें द्विपक्षीय सहयोग के साथ-साथ वैश्विक कूटनीतिक भी शामिल थी। जेलेंस्की ने भारत के लोगों और प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन के लिए आभार जताया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत यूक्रेन के शांति प्रयासों का समर्थन करता है और इस बात पर सहमत है कि यूक्रेन से जुड़े किसी भी फैसले में उसकी भागीदारी जरूरी है। जेलेंस्की ने कहा कि बिना यूक्रेन की सहमति के कोई भी दूसरे तरीके से कोई नतीजा नहीं निकलेगा।
जेलेंस्की ने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों पर भी बात की और खास तौर पर रूसी तेल के निर्यात को सीमित करने की जरूरत बताई। उनका कहना था कि इससे रूस की युद्ध को वित्तीय मदद देने की क्षमता कम होगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि हर उस नेता को, जिसका रूस पर असर है, उसे मॉस्को को सख्त संदेश देना चाहिए।